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अंडमान के सेंटिनल द्वीप में रहने वाले आदिवासी कौन है, जानें इनसे जुड़ी खास बातें

अमेरिकी टूरिस्ट जॉन एलन चाऊ अंडमान-निकोबार में घूमने के लिए आए थे, लेकिन वो वापस अपने देश नहीं लौट पाए। अंडमान निकोबार द्वीप समूह इस वक्त सुर्खियों में है क्योंकि यहां के प्रतिबंधित जंगलों में पहुंचे इस अमेरिकी टूरिस्ट जॉन एलन चाऊ की वहां के आदिवासियों ने तीर मारकर हत्या कर दी। यह घटना अंडमान की राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 50 किलोमीटर दूर स्थित प्रतिबंधित नॉर्थ सेंटिनल द्वीप में हुई। इस द्वीप पर रहने वाले आदिवासियों से किसी भी तरह का संपर्क बनाना मना है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अंडमान के सेंटिनल द्वीप में मारे गए 27 साल के अमेरिकी नागरिक जॉन ऐलन चाऊ का मकसद इन अनजान आदिवासियों के बीच ईसाई धर्म का प्रचार करना था। चाऊ ने दो बार इस द्वीप पर पहुंचने की कोशिश की थी। 14 नवंबर को उनकी पहली कोशिश नाकाम रही थी। इसके बाद 16 नवंबर को वह पूरी तैयारी के साथ पहुंचे लेकिन कहा जा रहा है कि गुस्साए आदिवासियों ने उनको तीरों से मार डाला। चाऊ इससे पहले पांच बार अंडमान आ चुके थे।

Pratima Jaiswal
Pratima Jaiswal22 Nov, 2018

 

 

ऐसे में ज्यादातर लोग सेंटिनल द्वीप में रहने वाले आदिवासियों के बारे में जानना चाहते हैं।

 

पिछले 60 हजार सालों से रह रहे हैं यहां आदिवासी
ऐसा बताया जा रहा है कि बाहरी दुनिया से पूरी तरह से कटे सेंटिनल द्वीप पर रहने वाले इन आदिवासियों की संख्या 100 से भी कम है। हालांकि 2011 के सेंसस के मुताबिक इस द्वीप पर सिर्फ 10 घर हैं और यहां सिर्फ 15 लोग रहते हैं जिसमें से 12 पुरुष और 3 महिलाएं हैं। इस द्वीप के लोगों से किसी भी तरह का संपर्क बनाना अवैध है। इस द्वीप के लोगों पर मुकदमा भी नहीं चलाया जा सकता।

 

 

बाहरी दुनिया की मदद लेने से इंकार करते हैं आदिवासी
वैसे तो इस द्वीप पर जाना गैर-कानूनी है लेकिन इसी साल अगस्त में सरकार ने नॉर्थ सेंटिनल द्वीप को उन 29 द्वीप समूहों से हटा दिया था जहां विदेशियों का पहले से ली गई अनुमति के बिना जाना मना है। साल 2004 में आई सुनामी के वक्त सरकार ने इंडियन कोस्ट गार्ड के हेलिकॉप्टर सेंटिनल द्वीप पर भेजे थे ताकि सेंटिनली आदिवासियों की सहायता की जा सके। लेकिन आदिवासियों ने मदद लेने की बजाए हेलिकॉप्टर पर ही तीर चलाना शुरू कर दिया था।

 

 

 

 

चाऊ की मौत पर परिवार ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया दुखभरा संदेश
चाऊ के परिवार ने इंस्टाग्राम पर बयान जारी कर उनके निधन पर दुख जताया है। परिवार ने अपने बयान में कहा कि वह ईसाई मिशनरी थे। लेकिन वह एक फुटबॉल कोच और पर्वतारोही भी थे। वह दूसरों की मदद करने वाले थे। वह एक प्यारा पुत्र, भाई, अंकल थे…Next

 

 

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