अगर आप उत्तर या पूर्व भारत के इलाकों में रहते हैं, तो आपने गौर किया होगा कि आपके यहां के ज्यादातर McDonalds आउटलेट बंद हैं। इसकी वजह ज्यादातर लोगों को नहीं पता, वहीं कम जानकारी के चलते कई लोगों को लग रहा है कि घाटे की वजह शायद भारत में मैकडॉनल्ड्स बंद रहेंगे, अगर आपको भी यही लगता है, तो जान लीजिए इसके पीछे की कहानी।
इस वजह से बंद रहेंगे आउटलेट्स
अमेरिकी फास्ट फूड चेन मैकडॉनल्ड्स ने अपने भारतीय साझेदार विक्रम बख्शी के साथ 6 साल से चला आ रहा विवाद निपटाने के बाद उत्तर और पूर्व भारत में अपने 165 आउटलेट को फिलहाल कुछ दिन के बंद करने का फैसला किया है। कंपनी ने बताया कि ऐसा ऑपरेशनल प्रोटोकॉल के तहत किया गया है। मैकडॉनल्ड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एमआईपीएल) ने अदालत के बाहर समझौता करते हुए बख्शी के साथ जॉइंट वेंचर वाली कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया है। बता दें कि बख्शी के साथ जॉइंट वेंचर वाली कंपनी कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट्स लिमिटेड (सीपीआरएल) इन सभी आउटलेट्स को चला रही थी। इस समझौते के बाद बख्शी का मैकडॉनल्ड्स के साथ दो दशक पुराना रिश्ता भी समाप्त हो जाएगा।
एक-दो हफ्ते में खुल जाएंगे आउटलेट
कंपनी ने बताया कि उत्तर और पूर्वी भारत में मैकडॉनल्ड्स के स्टोर्स को कुछ समय के लिए बंद किया जाएगा। इन स्टोर्स को बख्शी के साथ जॉइंट वेंचर वाली कंपनी कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट्स लिमिटेड (सीपीआरएल) चला रही थी। मैकडॉनल्ड्स ने पहले कहा था कि ‘ऑपरेशनल प्रोटोकॉल के असेसमेंट और एंप्लॉयी की ट्रेनिंग’ के लिए इन्हें बंद किया जा रहा है। मैकडॉनल्ड्स के एशिया पैसिफिक डायरेक्टर (कॉरपोरेट रिलेशंस) बैरी कम ने बताया कि कंपनी इन स्टोर्स के एक या दो हफ्ते में खुलने की उम्मीद कर रही है। इस दौरान जो मैनेजर और एंप्लॉयी सीपीआरएल के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें स्टोर्स को अस्थायी तौर पर बंद रखने के दौरान बहाल रखा जाएगा। ये लोग रेस्टोरेंट्स के दोबारा खुलने के बाद फिर से कंपनी के लिए काम करेंगे।…Next
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