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चीन की हठधर्मिता के बावजूद सरकार चुप

china indiaभारत का पड़ोसी चीन पूरी तरह से हठधर्मिता पर उतर चुका है. लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी में पहले ही घुसपैठ कर बैठे चीन की घुसपैठ और बढ़ती जा रही है. भारत की आपत्ति को दरकिनार करते हुए चीनी सैनिकों ने दौलत बेग ओल्डी में एक और टेंट लगा लिया है. इस तरह इस इलाके में अब चीन ने कुल 5 टेंट लगा लिए हैं. भारत के तमाम तरह की निंदा और एतराजों के बावजूद चीनी सैनिकों ने ये हरकत की है.


चयनकर्ताओं के लिए खास हैं रोहित शर्मा


दौलत बेग ओल्डी सेक्टर

गौरतलब है कि दौलत बेग ओल्डी सेक्टर (डीबीओ) वह महत्वपूर्ण क्षेत्र है जहां से भारतीय सेना काराकोरम हाईवे पर चीन और पाकिस्तानी सेना की गतिविधियों पर नज़र रखती है. इस जगह पर चीन भी अपना दावा करता रहा है और उसकी मांग है कि भारत एलएसी के पास वैंटेज प्वाइंट पर बने अपने बंकरों को तोड़ दे तभी वह दौलत बेग ओल्डी से हटेगा.


क्या है मामला ?

बीते 15 दिनों से चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी लद्दाख में घुसपैठ के बाद भारतीय जमीन पर जमी हुई है. यह जगह 17 हजार फीट की ऊंचाई पर है. चीन इस जगह से पीछे हटने का नाम नहीं ले रहा है. चीन के सैनिकों ने इस जगह टेंट में अपनी चौकी बनाई है. चीन के सैनिक भारतीय सीमा में करीब 19 किलोमीटर अंदर तक घुस आए हैं. घुसपैठ की जगह पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक, खूंखार मोलेसर कुत्ते और एके सीरीज की राइफल के साथ 24 घंटे चौकसी कर रहे हैं. हालांकि सूत्रों के मुताबिक गतिरोध अभी तक शांतिपूर्ण है. दोनों पक्ष एक-दूसरे को वापस लौटने का बैनर दिखाते हुए जमे हुए हैं. चीनी सैनिकों के तंबू के बाहर लगे एक बैनर पर लिखा हुआ है,  ‘आप चीनी सीमा में हैं’.


कूटनीतिक कोशिश

वैसे भारत की तरफ से चीनी सैनिकों की लद्दाख में घुसपैठ रोकने की कूटनीतिक कोशिशें जारी हैं. दोनों देशों के बीच 18 और 23 अप्रैल को ब्रिगेडियर स्तर की फ्लैग मीटिंग भी हो चुकी है. लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात. चीन ने इलाके से वापस जाने का कोई संकेत नहीं दिया है. वैसे विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद नौ मई को चीन जा रहे हैं. संभावना है कि इस मामले को वह चीन के सामने रखेंगे लेकिन बीजेपी की मांग है कि  खुर्शीद को चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर यात्रा को रद्द कर देना चाहिए.


संसद में हंगामा

चीन की इस हठधर्मिता लेकर भाजपा ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री इस गंभीर मुद्दे को स्थानीय समस्या बता रहे हैं. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का मानना है कि इस मामले को ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है और यह एक स्थान तक सीमित समस्या है. उधर मुलायम सिंह ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि चीन भारत का सबसे बड़ा दुश्मन है ना कि पाकिस्तान. फिर भी सरकार चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर गंभीर नहीं दिख रही है. मुलायम ने यहां तक कह दिया कि इतनी कमज़ोर और कायर सरकार कभी नहीं आई.


Read:

चीनी घुसपैठ का जवाब कैसे देगा भारत


Tags: Indian opposition leader, Prime Minister Manmohan Singh, Border dispute with China, The government of India, China’s territorial disputes, भारत-चीन समस्या, चीन की सेना, बॉर्डर.


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