Menu
blogid : 17918 postid : 717527

ब्रज में फिर से आये कान्हा

Niharika
Niharika
  • 3 Posts
  • 5 Comments

20140314212050
डारा डारा रे रंग डारा,
मोह्पे अबीर गुरार डारा,
बनाके होली का बहाना,
ब्रज में फिर से आये कान्हा|

काम था उनका रास रचाना,
गोपियों को रंग में भीगना,
बनाके होली का बहाना,
ब्रज में फिर से आये कान्हा|

साख सखी संग रास रचाना,
राधा रानी को रंग लगाना,
बनाके होली का बहाना,
ब्रज में फिर से आये कान्हा|

धन्यवाद
आपकी निहारिका

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh