- 259 Posts
- 3 Comments
अगर कोई भारत देश का नागरिक है तो उसको इतनी तो छूट है ही कि वह कही भी आ सकता कही भी जा सकता है,यह उसका एक भारतीय नागरिक के हैसियत से अधिकार है,लेकिन आज के चुनावी परिप्रेक्ष्य में अगर देखा जाय तो जिस प्रकार से उप्र के चुनाव में पीएम के ऊपर बाहरी होने का आरोप विपक्षी पार्टियां लगा रही है और इसको अपने आप में एक चुनावी मुद्दा बनाया जा रहा है यह एक सवाल जरूर है। जिस प्रकार से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और उप्र के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने अपने को यूपी का बेटा होने का प्रमाण देता फिर रहे है जब कि यह तो होना ही नही चाहिए कि किसी को प्रमाण देने की जरूरत हो, सबसे बड़ी बात ये है कि प्रधानमंत्री पूरे भारत का प्रधानमंत्री होता है न कि केवल दिल्ली या गुजरात का प्रधानमंत्री होता है,और ऐसे में हम एक देश के पीएम को बाहरी कैसे कह सकते है।अब अगर देखा जाय तो पीएम यूपी के भी पीएम है क्योंकि उप्र भी भारत का ही एक राज्य है। पीएम किसी भी राज्य का इकलौता नही होता वह देश के सभी अट्ठाइस राज्यों ,सात केंद्रशासित और एक सौ बत्तीस करोड़ जनता का प्रधानमंत्री होता। विपक्ष को इतना तो सोचना ही चाहिए कि मोदी भारत के ही प्रधानमंत्री है न कि पाकिस्तान के,और प्रधानमंत्री पूरे भारत का बेटा भी होता है न कि केवल गुजरात का। लेकिन आज के समय में राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि वह किसी पर कोई आरोप कभी भी लगा सकता है।जबकि राजनीतिक परिदृश्य में ऐसा बिल्कुल भी नही होना चाहिए कि एक पीएम को ही यह प्रमाण देना पड़े कि नहीं मैं आपके ही देश का पीएम हू,मैं बाहरी नही हू। यह हमारे राजनीति का एक गलत अध्याय चल रहा है जिसमे पीएम को बताना पड़ रहा है कि नही मैं यूपी से ही हूँ और भारतीय हूँ।। *****************************************नीरज कुमार पाठक नोएडा
Read Comments