- 19 Posts
- 6 Comments
जब कोई खिलाड़ी ओलंपिक जैसे महाकुंभ में अपने देश का प्रतिनिधित्व करता है तो उससे उम्मीद की जाती है कि वह न केवल इस खेल महाकुंभ में बेहतर खेल प्रदर्शन करे बल्कि खेल भावना की एक ऐसी मिसाल दे ताकि दूसरे खिलाड़ी भी उससे प्रेरणा ले सकें. लंदन ओलंपिक को अभी शुरू हुए कुछ ही दिन हुए हैं लेकिन खिलाड़ी अभी से ही विवादों में फंस रहे हैं.
Read : सेमीफाइनल में पहुंची साइना
आरोप है कि चीन, इंडोनेशियाई और दक्षिण कोरिया की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी जानबूझ कर अपना मैच हारना चाहती थीं ताकि नॉकआउट मैचों में उन्हें आसान मुक़ाबले मिल सकें. मैच के दौरान खिलाड़ियों का इस तरह का व्यवहार वहां मौजूद दर्शकों को बिलकुल हैरान करने वाला था. खिलाड़ियों के आधे मन से खेले जा रहे खेल को देख स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने भी खूब शोर-शराबा किया.
कौन खिलाड़ी हैं इसमें शामिल
जिन खिलाड़ियों को अयोग्य ठहराया गया उनमें चीन की दो ओलंपिक खिलाड़ी यू यांग और वांग, दक्षिण कोरिया की युगल खिलाड़ी जंग क्यूंग-इअन और किम हा-ना तथा हा जंग-इअन और किम मिन-जंग और इंडोनेशिया की ग्रेसिया पोलाई और मेलियाना जौहरी शामिल थे. इनका संबध उस देश से है जिसका बैडमिंटन में अपना कोई नाम है.
जब कोई खिलाड़ी देश के लिए खेलता है तो उसके लिए यह अहम नहीं है कि उन्होंने मैच को हारा या जीता बल्कि अहम यह है कि उन्होंने खेल को कैसा खेला. ओलंपिक में भाग ले रहे खिलाड़ी के लिए यह बात और भी अहम हो जाती है. अगर खेल को खेल की तरह नहीं खेला गया तो सबसे पहले उस खेल के वजूद पर ही हमला माना जाएगा. दूसरे इसे देखने वाले के ऊपर गलत संदेश जाएगा तथा उस देश की छवि को भी नुकसान पहुंचेगा जिस देश से उस खिलाड़ी का नाता है.
खेल के दौरान जब खिलाड़ी मैदान पर होता है तो उसके जुनून और जज्बे को देखकर दर्शक उत्साहित हो उठते हैं. खिलाडियों के बीच एक-दूसरे को हराने की होड़ एक बार जब शुरू होती है तो यह अंत तक देखने को मिलता है. लेकिन जब इस तरह की घटना घटती है तो खेल के प्रति भरोसा अवश्य डगमगाने लगता है.
Read :गगन ने पूरा किया अपना सपना
Eight badminton players disqualified, Eight badminton players, london olympics 2012 in hindi, london olympics 2012 badminton players, badminton players in london Olympics.
Read Comments