- 19 Posts
- 6 Comments
ओलंपिक जैसे बड़े आयोजन, जिसमें अलग-अलग देशों के कई खिलाड़ी अधिकारियों के साथ भाग लेते हैं, में कई बार खिलाड़यों को कुछ ऐसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिनका प्रभाव उनके खेल पर देखने को मिलता है. 27 जुलाई से लंदन ओलंपिक का आगाज होने वाला है. इसके लिए खिलाड़ी पूरी तरह से कमर कस चुके हैं ऐसे में अगर खिलाड़ियों को सुनने को मिले कि खेल गांव में बने टॉयलेट में ज्यादा समय नहीं बिता सकते क्योंकि दूसरे खिलाड़ी भी लाइन में लगे हैं तो उनके लिए यह बात कितनी हैरान करने वाली होगी.
ओलंपिक मशाल के साथ अमिताभ बच्चन
खबर आ रही है कि लंदन में ओलंपिक खेल गांव पहुंचे एथलीटों को यहां टॉयलेट की कमी का सामना करना पड़ रहा है. यहां बनाए गए टॉयलेट्स एथलीटों के लिए आरामदायक साबित नहीं हो रहे हैं. एक ही टॉयलेट्स का इस्तेमाल चार लोग कर रहे हैं. कभी-कभी यह संख्या छह तक पहुंच जा रही है. खिलाड़ियों को इसके लिए अपनी समय सारणी में भी परिवर्तन करना पड़ रहा है. कई एथलीटों ने तो अपनी दिनचर्या के लिए अलग-अलग वक्त तय कर लिया है. ऐसे में इसका प्रभाव उनके प्रैक्टिस सेसन में देखने को मिल रहा है.
ऐसा देखने में आया है कि ओलंपिक जैसे बड़े आयोजन में खिलाड़ियों को ट्रांसपोर्ट, सिक्योरिटी और टॉयलेट की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस तरह की चीजें उस देश की कहीं न कहीं आयोजन में कमी को दर्शाता है जहां यह खेल आयोजित किए जाते हैं. राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान भी इन्हीं बुनयादी आवश्यकताओं में कमी की बदौलत पूरी दुनिया में भारत की किरकिरी हुई थी. उस दौरान खेल गांव में बने फ्लैट में हो रहे सीलन, सफाई और सुरक्षा की वजह से कई खिलाडियों ने आवाज भी उठाई थी.
किसी भी देश के खिलाड़ी इस तरह के आयोजन में अपने राष्ट्र की तरफ से बहुत सारी उम्मीदें लेकर आते हैं. अगर आयोजन में किसी चीज की कमी होती है तो खिलाड़ी अपना पूरा सौ फीसदी खेल में नहीं दे पाता.
सावधान ! ओलंपिक में जेबकतरों का खतरा
Toilet trouble at Games in Olympic , Toilet trouble in london olympic, london Olympic in hindi, London Olympic 2012 in Hindi.
Read Comments