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राष्ट्रमंडल खेलों पर मलेरिया का खतरा गहरा रहा है। पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वह खेलों के लिए दिल्ली में आने से ज्यादा डरे नहीं क्योंकि एमसीडी ने मलेरिया की रोकथाम के हर संभव प्रयास किये हैं। सिर्फ थोड़ी सावधानी बरतना ज़रूरी है।
राष्ट्रमंडल खेलो के लिए दिल्ली में आए पर्यटको को मलेरिया का खतरा भी है।
इस वर्ष दिल्ली में बारिश(वर्षा ऋतु) भी थमने का नाम नहीं ले रही है, जिससे मलेरिया जैसी बीमारियां भी बढ़ रही हैं। दिल्ली की यात्रा करने वाले पर्यटकों की चिंता का एक प्रमुख कारण बन गयी है इन बीमारियों की बढ़ती संख्या। मलेरिश जैसी बीमारी से बचने के लिए आवश्यक है मच्छरों से बचना, जिनसे यह बीमारी फैलती है।
मलेरिया के कारण:
मलेरिया एक प्लाज्मोडियम नामक परजीवी के कारण होता है, जो संक्रमित मादा मच्छर के काटने से फैलता है। ये मच्छर आमतौर पर शाम और सुबह के बीच काटते है। एनोफ़ेलीज़ मच्छर प्राकृतिक जल संग्रह में पैदा होते है। छोटे गड्डो में स्थिर पानी, बाल्टियां, टायर इत्यादि जोकि सभी अच्छे प्रजनन के आधार पर खुले में रहते है। निर्माण स्थल भी इनके पैदा होने के अच्छे स्थान प्रदान करते है- जैसे कि वो पानी जो कंक्रीट स्लैब संसाधनो के लिए उपयोग किया जाता है, पानी जो खुले टैंक में एकत्रित पानी और किसी भी तरह का पानी जिसे एकत्रित किया गया हो या साइट के आसपास एकत्रित किया गया हो। मलेरिया की रोकथाम के उपायो में इन संभावित मच्छर को पैदा होने वाले स्थानो को हटाया जाना चाहिए या सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हे ठीक से ढक कर रखा गया है।
दिल्ली सरकार और एमसीडी(दिल्ली नगर निगम) एक न्यूनतम राशि पर डेंगू और मलेरिया के खतरे को रोकने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। फ्यूमिगेशन के अलावा, यह भी सुनिश्चित करना आवश्यक है कि उन स्थानो पर पानी एकत्रित न हो,जहां मच्छर पैदा हो सकते हैं। एमसीडी ने भी, पहली बार एक विशेष कलरलेस पेंट का उपयोग किया है जिसमें कीट नाशक गुण है और यह मनुष्य के लिए हानिकारक भी नहीं है। यह पेंट सिंथेटिक पेरेथ्रोइड है जिसे पहले कई अन्य देशो में सफलतापूर्वक उपयोग किया जा चुका है जैसे टर्की और मेक्सीको में लोगो को कीड़े और मच्छ रों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए इसका प्रयोग किया गया है।
तो, पर्यटक खेलों के लिए दिल्ली में आने से ज्यादा डरे नहीं। रॉकलेण्ड अस्पताल के डॉक्टर लोना मोहापत्रा का कहना है कि, ” पर्यटकों को यह सलाह दी जाती है कि वो अपने साथ एंटीमलेरिया प्रस्क्रिप्शन और पैरासिटामाल जैसी दवाएं ले आएं और प्रतिदिन सामान्य सावधानियां अपनायें :जैसे
• पूरी बाजू के कपड़े पहने
• एयरकंडीशन में सोयें या कमरे में मच्छर दानी या मास्कीटो रिपेलेंट का प्रयोग करें।
• मच्छरों को रोकने के लिए (जैसे परमेथ्रीन) त्वचा पर दवाई लगाने की भी सलाह देती है।
• मच्छरो से बचने के लिए सबसे प्रभावी डीडीटी होते हैं।
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