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डेंगू का प्रकोप

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Onlymyhealthडेंगू बुखार एक ऐसी बीमारी है जिसे महामारी के रूप में देखा जाता है। वयस्कों के मुकाबले, बच्चों में इस बीमारी की तीव्रता अधिक होती है। डेंगू के सामान्य लक्षण हैं सर दर्द, जोड़ों में मांसपेशियों में और शरीर में दर्द होना, तेज़ बुखार, चिडचिडा़पन।

डेंगू की स्थिति में मृत्युदर लगभग एक प्रतिशत है। यह बरसात के मौसम में तेज़ी से फैलता है। आपको या आपके पड़ोसी को अगर डेंगू बुखार हो जाता है, तो इससे बचने के उपाय अपनायें। सबसे पहले रक्तजांच करायें और अपने आसपास मच्छरों से सुरक्षा के उपाय अपनायें।

डेंगू के प्रकार:

डेंगू वायरस के चार मुख्य प्रकार हैं । एक व्यक्ति अपने जीवनकाल में सिर्फ एक बार ही किसी खास प्रकार के डेंगू से संक्रमित होता है।
क्लासिक डेंगू साधारण प्रकार का डेंगू है, यह स्वयं ही ठीक होने वाला है और इससे मृत्यु नहीं होती। लेकिन यदि व्यक्ति को डेंगू हीमोरेगिक बुखार या डेंगू शाक सिंड्रोम हुआ है और इसका ठीक प्रकार से उपचार नहीं किया गया तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।

डेंगू बुखार के लक्षण:

डेंगू बुखार के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि बुखार किस प्रकार है। सामान्यत: डेंगू बुखार के लक्षण कुछ ऐसे होते हैं:

• ठंड के साथ अचानक तेज बुखार होना।
• ब्लड प्रेशर का सामान्य से बहुत कम हो जाना।
• मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना।
• सरदर्द होना।
• अत्यधिक कमजो़री महसूस होना, भूख कम लगना।
• गले में दर्द होना।
• शरीर पर रैशेज़ भी हो सकते हैं।
• डेंगू बुखार दो से चार दिनों तक रहता है।

डेंगू कैसे फैलता है:

• डेंगू बुखार उस मच्छर के काटने से होता है जिसने पहले से ही किसी डेंगू के मरीज़ को काटा है। यह मच्छर बरसात के मौसम में ज्यादा फैलते हैं और यह उन जगहों पर तेज़ी से फैलते हैं जहां पानी जमा हो।
• यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में नहीं फैलता लेकिन उस मच्छर के काटने से होता है जिसने किसी संक्रमित व्यक्ति को काटा है।
• डेंगू उन लोगों को जल्दी प्रभावित करता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होती है। यह भी हो सकता है कि डेंगू बुखार एक ही व्यक्ति को कई बार हो जाये। लेकिन ऐसी स्थिति में डेंगू के प्रकार भिन्‍न होंगे।
• मलेरिया की तरह डेंगू बुखार भी मच्छरों के काटने से फैलता है। इन मच्छरों को ‘एडीज मच्छर’ कहते हैं और यह दिन में काटते हैं।

डेंगू का उपचार :

• डेंगू वायरल संक्रमण है और इसलिए यह बीमारी स्वयं ही एक से दो हफ्तों में ठीक हो जाती है।
• बीमारी का इलाज इससे होने वाली समस्या‍ओं को कम करके ही किया जा सकता है।
• सामान्य बुखार की स्थिति में पैरासिटामाल दिया जा सकता है।

डेंगू से बचने के उपाय :

• डेंगू से बचने के लिए सबसे ज़रूरी है मच्छरों से बचना जिनसे कि डेंगू का वायरस फैलता है।
• ऐसे क्षेत्र जहां डेंगू फैल रहा है, वहां पानी को जमा ना होने दें। कूलर का पानी बदलें, गमले या सड़कों पर पानी जमा ना होने दें।
• बरसात में या ऐसे क्षेत्रों में जहां मच्छर हों वहां मच्छरों से बचने का हर संभव प्रयास करें।

आप जिस क्षेत्र में रह रहे हैं वहां मच्छर अधिक हैं तो मास्कीटो रिपेलेंट का प्रयोग ज़रूर करें। अपने घर, बच्चों के स्कूल और आफिस की साफ सफाई पर भी नज़र रखें।
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