हृदय स्वास्थ्य की बात करें, तो सबसे पहले उस स्थान का जि़क्र होता है, जहां पर आप अपने जीवन का अधिकतर समय बिताते हैं। वह स्थान है ‘आपका आफिस’। जी हां, अपने जीवन का आधे से ज्यादा समय आप अपने आफिस में बिताते हैं। आपका ‘आफिस स्वास्थ्य’ कहीं ना कहीं आपके ‘हृदय स्वास्थ्य ’ को भी प्रभावित करता है। अगर आप भी आफिस का तनाव घर लाने वालों में से हैं, तो संभल जायें क्योंकि हाइपरटेंशन, उच्च रक्त चाप जैसी समस्याएं आपको भी हो सकती हैं। अगर आप स्वस्थ कर्मचारी बनना चाहते हैं, तो अपने काम के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें। मेदांता मेडिसिटी के इंटरवेंशनल कार्डियोलाजी विभाग के अध्यक्ष डाक्टर प्रवीन चंद्रा की मानें तो हमारा हृदय स्वास्थ्य हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। अगर आपको भी लगता है कि आपके आफिस में बहुत अधिक तनाव है, तो देर ना करें, अपने एच आर विभाग में बात करें।डाक्टर प्रवीन चंद्रा के अनुसार आफिस में इन बातों का रखें ख्याल: • हर आफिस के(एच आर) मानव संसाधन विभाग की यह जि़म्मेदारी होनी चाहिए कि वह कार्यकर्ताओं पर अतिरिक्त दबाव पड़ने की स्थिति में इसका समाधान निकाले। • बास व कर्मचारियों के बीच होने वाले तनाव का आपके काम पर ही नहीं बल्कि आपके स्वास्थ्य पर भी असर होता है। • काम के साथ-साथ प्रतिदिन 30 मिनट का व्यायाम भी ज़रूरी है।आवश्यक निर्देश: अगर आपको सीने में दर्द हो रहा है, जकड़न महसूस हो रही है, तो देर ना करें तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। भारत में अभी भी बहुत सी ऐसी कंपनियां हैं, जहां कि लोग इन बातों पर ध्यारन नहीं देते। लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से यह आवश्यक है कि आप तनावमुक्त कार्यस्थल की पहल करें और लोगों में जागरूकता फैलायें।
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