- 342 Posts
- 126 Comments
डायबिटीज़(मधुमेह) के मरीज़ों को डायबिटिक नेफ्रोपैथी जैसी स्थिति से भी गुज़रना पड़ सकता है। हालांकि अभी तक इस बात का निश्चित रूप से पता नहीं चल पाया है कि कुछ मरीज़ों में ऐसी समस्याएं क्यों आती है। डायबिटिक नेफ्रोपैथी में डायबिटीज़ होने के साथ-साथ गुर्दे की क्षति होने लगती है।
हमारे गुर्दों में बहुत सी सूक्ष्म रक्त वाहिकाएं होती हैं, जो रक्तस को साफ करने का काम करती है। डायबिटीज़ के कारण अधिक शुगर की मात्रा इन रक्तै वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं और धीरे-धीरे गुर्दा काम करना बंद कर देता है।
कानपुर स्थित रिज़ेंसी अस्पताल के डाक्टर ऋषि शुक्ला के अनुसार डायबिटिक नेफ्रोपैथी की स्थिति में डायलिसिस एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इस प्रक्रिया के बाद मरीज़ एक सामान्य जीवन जी सकता है। डायबिटिक नेफ्रोपैथी से बचने का एक ही रास्ता है- शुगर पर नियंत्रण।
Onlymyhealth.com पर हो रही प्रतियोगिता में भाग लें और ग्लूकोज़ मानीटर जीतें
Read Comments