
Posted On: 13 Sep, 2019 Others में
घर ईंट पत्थरों से नहीं बनता, घर बनता है उसमें रहने वालों की सोच और मेहनत से…। इलाहाबाद की रहने वाली वंदना श्रीवास्तव ने जब नोएडा में आशियाना बनाने के बारे में सोचा तो उसे साकार करने के लिए दिन-रात मेहनत की और उनकी यह लगन उनके घर के हर कोने में देखी और महसूस की जा सकती है।
घर वह होता है जिसमें प्रवेश करते ही सुकून का एहसास हो और यह घर आत्मीयता के रंगों से सजा है। घर में घुसते ही ड्रॉइंगरूम का डेकोर किसी ठंडी हवा के झोंके की तरह लगता है। यहां सादगी और स्टाइल का बखूबी तालमेल बिठाया गया है।घर में रंगों और रोशनी का खास खयाल रखा गया है। इस घर के बेडरूम को हलके नीले रंग की लाइट से सजाया गया है। कमरे को बड़ा और खुला-खुला लुक देने को लिए लो-हाइट बेड का इस्तेमाल किया गया है।
डाइनिंग एरिया घर का वह कोना होता है जहां पूरा परिवार कुछ पल सुकून के बिताना चाहता है। इसलिए इस एरिया में स्टाइल के साथ कंफर्ट का खास खयाल रखा गया है। साथ ही इस स्पेस के लिए अलग से लाइटिंग और कूलिंग की व्यवस्था भी की गई है। घर में रखी गई खूबसूरत कलाकृतियों से यहां रहने वालों का कला-प्रेम और दर्शन झलकता है। कृष्ण-राधा की मूर्ति हो या बुद्ध की मूर्तियां, आध्यात्मिकता और कलात्मकता का खूबसूरत संगम घर को एक पावन-पवित्र स्थल सा एहसास देता है।
घर की स्त्रियों का ज्यादातर समय किचन में ही बीतता है। इसके लिए जरूरी है कि किचन खुला हुआ हो और उसमें जरूरत का हर सामान करीने से रखा गया हो, ताकि ढूंढने में कोई दिक्कत न हो। अगर इसके साथ किचन स्टाइलिश भी हो तो वहां काम करने का मजा दोगुना हो जाता है। किचन में इन सब बातों का ध्यान रखा गया है।
बेडरूम उसमें सोने वाले लोगों के आराम और उनके स्टाइल को दर्शाता है। इस बेडरूम में नीले रंग की लाइट का इस्तेमाल किया गया है, जिससे आंखों को सुकून महसूस हो। साथ ही कमरे में सादगी और रंगों का ध्यान रखा गया है क्योंकि अच्छी नींद के लिए इन्हें इग्नोर नहीं किया जा सकता।
घर सजाते वक्त वास्तु का खास खयाल रखा गया है। घर में यह अक्वेरियम वास्तु की वजह से है। इसके पीछे मान्यता यह है कि मछलियां घर में रहने वालों के ऊपर आने वाली विपत्तियां टालती हैं और घर में धन-संपदा को बनाए रखती हैं।…Next
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