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प्रशासन ‘सोता’ रहा जनता ऐतिहासिक स्मारक बदलकर चली गई, घटना की दुनियाभर में चर्चा

 

Rizwan Noor Khan
Rizwan Noor Khan15 Jul, 2020

 

यूरोपीय देशों में अश्वेतों से भेदभाव का मामला इन दिनों गरमाया हुआ है। जातिवाद के खिलाफ अमेरिका से शुरू हुए प्रदर्शन ब्राजील समेत कई यूरोपीय देशों से होते हुए इंग्लैंड में आक्रामक रुख अख्तियार कर चुके हैं। इंग्लैंड के ब्रिस्टल में जनता ने एक ऐतिहासिक स्मारक को हटाकर अपनी पसंद का दूसरा स्मारक लगा दिया है। इस घटना ने दुनियाभर की निगाहें अपनी ओर खींच ली हैं।

 

 

 

 

 

 

 

यूरोपीय देशों में नस्लभेद के खिलाफ आंदोलन
जून माह में मेनियोपोलिस इलाके में अमेरिकी अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस ने निर्ममता के साथ हत्या कर दी थी। हत्या का वीडियो सामने आने के बाद पूरे अमेरिका में जातिवाद के खिलाफ अश्वेत नागरिक लामबंद हो गए। जगह जगह प्रदर्शन और आगजनी की घटनाएं सामने आई थीं। अमेरिका से शुरू हुआ नस्लभेद का मूवमेंट पूरे यूरोप में फैल गया।

 

 

 

 

 

 

इंग्लैंड में लोगों ने ढहाया था ऐतिहासिक स्टैच्यू
जून में इंग्लैंड में बड़े पैमाने पर अश्वेत नागरिकों और जातिवाद के खिलाफ लड़ने वाले संगठन के लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया था। ब्रिस्टल में 17वीं शताब्दी में गुलामों की खरीद फरोख्त करने वाले ट्रेडर एडवर्ड कोलस्टन का स्टैच्यू प्रदर्शनकारियों ने ढहा दिया था। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि नस्लभेद और जातिवाद को बढ़ावा देने वालों के स्मारक बर्दाश्त नहीं करेंगे।

 

 

 

 

 

 

प्रशासन सोता रहा और नस्लभेद की विरोधी जेन रीड की प्रतिमा लगी
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक 15 जुलाई को इंग्लैंड के शहर ब्रिस्टल में एडवर्ड कोलस्टन के स्टैच्यू की जगह जातिवाद विरोधी प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करने वाली अश्वेत जेन रीड का स्टैच्यू लगाया गया है। खास बात ये है कि स्टैच्यू लगने की जानकारी ब्रिस्टल सिटी काउंसिल को भी नहीं हो सकी।

 

 

 

 

 

मशहूर कलाकार मार्क क्विन ने बनाई जेन रीड की प्रतिमा
अश्वेत नागरिकों की आवाज बुलंद करने और भेदभाव, नस्लभेद के खिलाफ लड़ने वाली जेन रीड के स्टैच्यू को मशहूर आकृति कलाकार मार्क क्विन ने बनाया है। काले रंग के स्टैच्यू में जेन रीड गर्व से सिर उठाए खड़ी हुई हैं और उनका दाहिना हाथ लोगों के अभिवादन में उठा है और एकजुटता के प्रतीक के तौर पर उनकी मुट्ठी बंधी हुई है।

 

 

 

 

 

घटना ने दुनियाभर का ध्यान खींचा
एडवर्ड कोलस्टन की प्रतिमा हटाए जाने के वक्त ब्रिस्टल सिटी काउंसिल ने कहा था कि हमेशा के लिए उनकी प्रतिमा हटाने के संबंध में लोकतांत्रिक तरीका अपनाया जाएगा। हालांकि, इस बीच बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने कोलस्टन की प्रतिमा की जगह जेन रीड की प्रतिमा स्थापित कर दी है। स्टैच्यू बदले जाने की घटना ने दुनियाभर की निगाहें मूवमेंट की ओर कर दी हैं।…NEXT

 

 

 

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