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चार्ली चैपलिन की हंसी के पीछे छिपे थे बड़े गम, विवादों से भी रहा नाता

चार्ली चैपलिन का नाम आते ही दिमाग में एक कॉमिक छवि उभरती है। शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा, जो चार्ली चैपलिन की अदाकारी पर नहीं हंसा होगा। मगर बहुत कम लोगों को पता होगा कि सभी को हंसाने वाले इस चेहरे के पीछे बड़े गम छिपे थे। आज चार्ली चैपलिन का 129वां जन्मदिन है। आइये इस मौके पर आपको उनकी जिंदगी के रोचक पहलुओं से रूबरू कराते हैं।

 

 

बचपन में मिले कई गम

चार्ली चैपलिन का जन्म 16 अप्रैल 1889 को लंदन में हुआ था। उनका पूरा नाम चार्ल स्पेंसर चैपलिन था। उनका परिवार बेहद गरीब था और 9 साल की उम्र से पहले ही उन्हें अपना पेट पालने के लिए काम करना पड़ा। चार्ली के माता-पिता उनके बचपन में ही अलग हो गए थे। चर्ली के बचपन में ही उनकी मां ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया था। 13 साल की उम्र में चार्ली की पढ़ाई भी छूट गई। बेहद कम उम्र में उन्‍होंने स्टेज एक्टर और कॉमेडियन के तौर पर काम करना शुरू कर दिया था। 19 साल की उम्र में चार्ली को एक अमेरिकन कंपनी ने साइन कर लिया और वे अमेरिका चले गए। अमेरिका से चार्ली ने फिल्‍मी करियर की शुरुआत की।

 

 

कई मशहूर फिल्‍मों में किया काम

1918 आते-आते चार्ली चैपलिन दुनिया का जाना-पहचाना चेहरा बन चुके थे। उनकी पहली फिल्म 1914 में आई ‘मेकिंग अ लिविंग’ थी, जो एक साइलेंट फिल्म थी। उनकी पहली फुल लेंग्थ फीचर फिल्म 1921 में आई ‘द किड’ थी। चार्ली ने अपने जीवन में दोनों वर्ल्ड वॉर देखे थे और जिस समय दुनिया युद्ध की विभीषिका झेल रही थी, तब वे लोगों को हंसा रहे थे। चार्ली चैपलिन ने एक बार कहा था, ‘मेरा दर्द किसी के हंसने की वजह हो सकता है, पर मेरी हंसी कभी भी किसी के दर्द की वजह नहीं होनी चाहिए।’ चार्ली ने ‘अ वुमन ऑफ पैरिस’, ‘द गोल्ड रश’, ‘द सर्कस’, ‘सिटी लाइट्स’, ‘मॉर्डन टाइम्स’ जैसी बेहद मशहूर और सफल फिल्मों में काम किया। इन फिल्मों को आज भी बहुत पसंद किया जाता है।

 

 

पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में रहे विवाद

पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में चार्ली का विवादों से भी काफी नाता रहा। साल 1940 में आई उनकी फिल्म ‘द ग्रेट डिक्टेटर’ काफी विवादों में रही। इसमें चार्ली ने अडोल्फ हिटलर का किरदार निभाया था। बाद में अमेरिका में उनके ऊपर कम्युनिस्ट होने के आरोप लगाए गए और उनके ऊपर एफबीआई की जांच बैठा दी गई। इसके बाद चार्ली ने अमेरिका छोड़ दिया और स्विट्जरलैंड में जाकर बस गए। चार्ली ने अपने निजी जीवन में भी काफी उथल-पुथल देखी थी। उन्होंने 4 शादियां की थीं। चारों पत्नियों से उनके 11 बच्चे थे। पहली शादी 1918 में मिल्ड्रेड हैरिस से की थी, यह शादी सिर्फ 2 साल चली। इसके बाद उन्होंने लिटा ग्रे, पॉलेट गॉडर्ड और 1943 में 18 साल की उना ओनील से शादी की। उस समय चार्ली 54 साल के थे। चार्ली की ये शादियां काफी विवादों में भी रही थीं।

 

 

मौत के बाद चोरी हो गया शव

1977 में चार्ली चैपलिन की मौत के बाद उनके परिवार से फिरौती मांगने के उद्देश्‍य से उनका शव चुरा लिया गया था। हालांकि, बाद में शव बरामद हुआ और चोरी से बचाने के लिए उसे 6 फीट कंक्रीट के नीचे दफनाया गया। मशहूर साइंटिस्ट अल्बर्ट आइंस्‍टीन और ब्रिटेन की महारानी जैसे प्रसिद्ध लोग चार्ली चैपलिन के प्रशंसक थे। कहा जाता है कि मगर चार्ली भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी की भूमिका से काफी प्रभावित थे। वे महात्मा गांधी का बहुत सम्मान करते थे…Next

 

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