मार्च से पहले तक जो हाथ खूबसूरत एंब्रॉयडरी और जरी वाली लोकप्रिय साड़ियां सिलते थे वह हाथ अब पीपीई किट बनाने के काम में बिजी हैं। कोरोना के चलते धंधा लगभग ठप होने पर वाराणसी के साड़ी कारोबारियों ने लाइफ सेविंग किट बननी शुरू कर दी हैं। इससे कारीगरों को काम मिल सका है वहीं, पीपीई किट की शॉर्टेज की आशंका भी खत्म हो गई है। खास बात ये है कि डीआरडीओ ने इन पीपीई किट को पास करते हुए एप्रूवल दिया है।
बनारसी साड़ियां धंधा मंदा हुआ तो पीपीई किट बनाने लगे
विश्वविख्यात बनारसी साड़ियों के लिए दुनियाभर में चर्चित वाराणसी शहर आजकल अपने यहां बन रहीं कोरोना से बचाने वाली पीपीई किट के चलते चर्चा में है। शहर के साड़ी कारोबारियों ने कोरोना से लड़ने में अपना योगदान दिया है। इससे कारीगरों को काम मिल सका है और उनकी जेब भी खाली नहीं रही है।
मोदी जी के आत्मनिर्भर की अपील से प्रेरणा मिली
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक वाराणसी में साड़ियों के व्यापार में घाटे के चलते एक साड़ी बनाने वाली कंपनी ने PPE किट्स बनाने का काम शुरू किया। कारोबारी ने बताया कि जब दो महीने बाद हमने व्यापार शुरू किया तो देखा कि व्यापार बंद सा पड़ गया है। मोदी जी का आत्मनिर्भर भारत का भाषण सुना फिर हमने PPE किट्स का काम शुरू किया।
एक दिन में बनती हैं 200 पीपीई किट
साड़ी कारोबारी गोविंद अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि उनके यहां 200 पीपीई किट रोजाना बनाई जाती हैं। इसके अलावा 3000 किट का स्टॉक रखा जाता है। गोविंद अग्रवाल के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान अपनी मैनपॉवर का इस्तेमाल करते हुए पीपीई किट बनाने का ख्याल आया था। शुरुआत में 7 किट बनाकर टेस्टिंग और एप्रूवल के लिए डीआरडीओ भेजा था।
डीआरडीओ ने पीपीई किट को दिया एप्रूवल और सर्टिफिकेशन
उन्होंने बताया कि डीआरडीओ ने सभी सैंपल्स को एप्रूव कर दिया। पीपीई किट बनाने के लिए डीआरडीओ की मंजूरी और सर्टिफिकेशन लेना आवश्यक होता है। वाराणसी के कुछ और कारोबारियों ने पीपीई किट बनाने का काम शुरू किया है। पहले साड़ी के साथ ख्याति हासिल करने वाले वाराणसी के लोग अब कोरोना के खिलाफ जंग में मदद कर नाम कमा रहे हैं।…NEXT
Read more:
ट्रांसजेंडर जोया खान ने रचा कीर्तिमान, कानून मंत्री जयशंकर प्रसाद ने की तारीफ
कोरोना के चलते हरी सब्जियों की मांग बढ़ी, WHO ने कहा- इम्यूनिटी बढ़ाने का बेस्ट ऑप्शन
6 करोड़ लोगों पर लटकी गरीबी की तलवार, विश्वबैंक के खुलासे से दुनियाभर में चिंता बढ़ी
35 देश अपने ही बच्चों के भविष्य के लिए खतरा बने, अफगानिस्तान समेत एशिया के कई देश लिस्ट में
लॉकडाउन में बेटे को सब्जी लेने भेजा तो बीवी लेके लौटा, जानिए फिर क्या हुआ
पाकिस्तान से 30 साल बाद रिहा होगा एशियाई हाथी, जनरल जियाउल हक को गिफ्ट में मिला था
Read Comments