Menu
blogid : 26149 postid : 2118

पत्‍थरों के बीच फंसा हाथी का बच्‍चा तो मां के उत्‍पात से दहल गया जंगल, जानें फिर क्‍या हुआ

मनुष्‍यों की तरह ही जानवर भी अपनी औलाद से बेइंतहा प्‍यार करते हैं। वह किसी भी कीमत में अपने बच्‍चे को मुश्किल में नहीं देखना चाहते हैं। असम के जंगल में एक हथिनी के उत्‍पात से पूरा जंगल दहल गया। मौके पर पहुंची फारेस्‍ट टीम और अन्‍य लोगों को बेकाबू हथिनी से बचने के लिए भागना पड़ा। कई लोगों ने तो पेड़ों पर चढ़कर अपनी जान बचाई।

Rizwan Noor Khan
Rizwan Noor Khan3 Feb, 2020

 

 

 

 

असम के मोरीगांव की घटना
असम के जंगलों में बड़ी संख्‍या में हाथी पाए जाते हैं। यहां के अभ्‍यारण्‍य अपने हाथियों को संरक्षित करने के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध हैं। इनकी देखरेख के लिए बड़ी संख्‍या में फारेस्‍ट टीमें इलाके में गश्‍त किया करती हैं। 3 फरवरी को असम के मोरीगांव के नजदीक जंगल में एक हथिनी अपने बच्‍चे के मोह में इस तर पागल हो गई कि उसने फॉरेस्‍ट टीम और गांव वालों को खदेड़ लिया।

 

 

 

पत्‍थर के टुकड़े गिरने से फंसा बच्‍चा
इस घटना का वीडियो एनएनआई ने जारी किया है। घटना के मुताबिक हाथी का छोटा बच्‍चा जंगल में अपनी मां के साथ विचरण कर रहा था। इस बीच हथिनी बच्‍चे से कुछ दूर आगे निकल गई तभी उसका बच्‍चा पहाड़ के बड़े बड़े टुकड़ों के बीच फंस गया। रास्‍ता न मिलने से छटपटा रहा बच्‍चा मदद के लिए चिघाड़ने लगा।

 

 

 

 

बच्‍चे के चिंघाड़ने पर बौखलाई हथिनी
बच्‍चे के चिघाड़ने की आवाज सुन हथिनी वापस लौटी तो बच्‍चे तक पहुंचने का रास्‍ता बंद मिला। दूसरी ओर से हथिनी का बच्‍चा निकलने के लिए छटपटा रहा था और लगातार चिंघाड़ रहा था। हाथी के बच्‍चे की आवाज फारेस्‍ट टीम को मिली तो वह मौके पर पहुंचे और वहां काम कर रहे ग्रामीणों के साथ मिलकर पत्थरों के टुकड़े हटाने में जुट गए।

 

 

 

 

उग्र हथिनी ने ग्रामीणों पर कर दिया हमला
इस बीच हथिनी बुरी तरह बौखला गई और उसने जंगल में तांडव मचा दिया। हथिनी ने कई पेड़ों को उखाड़ दिया और रेस्‍क्‍यू अभियान में जुटे लोगों को दौड़ा लिया। हथिनी के उग्र रूप को देख ग्रामीण भाग खड़े हुए। भागदौड़ में एक ग्रामीण को गंभीर रूप से चोट आई है। फॉरेस्‍ट टीम ने हथिनी के बच्‍चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। बाद में वह बच्‍चा मां हथिनी के साथ जंगल में चला गया।…NEXT

 

 

 

Read more:

उस्‍मानिया यूनीवर्सिटी में पढ़ने वाले राकेश शर्मा कैसे पहुंचे अंतरिक्ष, जानिए पूरा घटनाक्रम

रतन टाटा आज भी हैं कुंवारे, इस वजह से कभी नहीं की शादी

हर रोज 10 में 9 लोगों की मौत फेफड़ों की बीमारी सीओपीडी से, एक साल में 30 लाख लोगों की गई जान

टीपू सुल्‍तान ने ऐसा क्‍या किया जो कहलाए फॉदर ऑफ रॉकेट, जानिए कैसे अंग्रेजों के उखाड़ दिए पैर

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh