अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत यात्रा पर आने वाले हैं। वह यहां पर गुजरात के साबरमती आश्रम जाएंगे और उत्तर प्रदेश के आगरा में चल रहे ताज महोत्सव का आनंद लेंगे। ताज महल से डूबते सूरज को देखने का भी कार्यक्रम है। डोनाल्ड ट्रंप से पहले भी कई राष्ट्रपति भारत का दौरा कर चुके हैं, लेकिन जो मुकाम अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर के नाम दर्ज है वह शायद ही किसी को हासिल हो।
गुरुग्राम और अमेरिकी राष्ट्रपति
बात 1978 की है जब देश के प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मोरार जी देसाई के आमंत्रण पर तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर भारत दौरे पर आए थे। इस दौरे में कार्टर के साथ उनकी पत्नी रोजलीन कार्टर और मां लिलियन गॉर्डी कार्टर भी आई थीं। जिमी कार्टर ने भारत के हरियाणा राज्य के सबसे बड़े उभरते औद्योगिक शहर गुरुग्राम का भ्रमण किया था।
राष्ट्रपति की पत्नी को पोशाक भेंट की
जिमी कार्टर ने गुरुग्राम जिले के दौलतपुर नसीराबाद जिसे खेड़ा चौमा के नाम से भी जाना था का भ्रमण किया था। इस गांव के लोगों ने अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके परिवार का फूल बरसाकर स्वागत किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लोगों ने हरियाणवी पारंपरिक पोशाक राष्ट्रपति की पत्नी और उनकी मां को उपहार स्वरूप भेंट की थी। यही पोशाक दोनों लोगों ने पहनकर गांव का भ्रमण किया था।
गांव का नाम कार्टर के नाम हुआ
अमेरिकी राष्ट्रपति के हरियाणवी गांव के देखने की उत्सुकता और भ्रमण के बाद प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई के सुझाव पर गांव का नाम बदलकर कार्टरपुरी रख दिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार ने गांव को मॉडल विलेज बनाने का ऐलान किया था, लेकिन वह संभव नहीं हो सका। स्थानीय लोगों के मुताबिक जिमी कार्टर की मां का गांव से पुराना नाता था। वह पेशे से नर्स थीं और जब कार्टर गर्भ में थे तब वह यहां के जेलदार की हवेली का भ्रमण करने आया करती थीं।
भारत से कार्टर की मां का पुराना नाता
दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति की मां लिलियन गॉर्डी कार्टर मुंबई चली गईं और वहां के अस्पताल में नर्स का काम करती रहीं। भारत की आजादी के बाद वह अमेरिकी वापस चली गई थीं। जब जिमी कार्टर अमेरिका के राष्ट्रपति बने तो उनकी मां लिटियन कार्टर को भारत की याद सताने लगी और उन्होंने अपने बेटे से भारत भ्रमण के लिए कहा पर व्यस्तता के चलते मामला टल गया।
मां को भारत दिखाने लाए कार्टर
जिमी कार्टर की मां लिलियन गॉर्डी कार्टर ने अपने जीवन का लंबा समय भारत में गुजारा था। उन्हें उम्मीद थी कि वह एक बार फिर से भारत पहुंच पाएंगीं, लेकिन बेटे की व्यस्तता के आगे उनकी उनकी उम्मीद टूटने लगी। जब अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर के सामने खुलकर बात आई तो वह अपनी मां के लिए खुद को भारत आने से नहीं रोक पाए। तब जिमी कार्टर अपनी मां की बात मानकर 1978 में उन्हें और अपनी पत्नी को लेकर भारत आए थे।…NEXT
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