बचपन में हमारी दादी-नानी कहानियां सुनाया करती थी कि कैसे कई मुश्किलों को पार करके राजा रानी को ले जाने के लिए कितने दुश्मनों से लड़ा। दादी-नानी की ऐसी कहानियां उस वक्त हमें सच्ची लगती थी लेकिन बदलते वक्त ने हमारी उस सोच को कहानियों तक सीमित कर दिया लेकिन ऐसी एक सच्ची खबर उत्तराखंड से आ रही है। यहां राजा-रानी तो न सही लेकिन अनोखी शादी और बारात से जुड़ा किस्सा सामने आया है।
हिल स्टेशन इन दिनों बर्फबाफी से जूझ रहे हैं। ऐसे में पर्यटक बर्फबारी की इन जगहों पर जाने से फिलहाल परहेज कर रहे हैं। लेकिन रुदप्रयाग में मक्कू मठ जाना कुछ लोगों के लिए बेहद जरूरी था। दरअसल, रजनीश कुर्माचली की शादी के दिन काफी बर्फबारी हुई, जिससे आगे किसी भी वाहन को न ले जाने की चेतावनी जारी हो गई। ऐसे में दूल्हे ने हार नहीं मानी और कुछ सदस्यों को लेकर 6 किलोमीटर तक चलकर शादी स्थल पर पहुंच गए।
25 लोगों के दल का वहां पहुंच पाना आसान नहीं था, ऐसे में फैसला लिया गया कि रस्मों के लिए जरूरी लोगों को लेकर ही रवाना होना पड़ेगा।
जिसमें दूल्हे के साथ उसकी बहन, मामा और कुछ बुर्जुगों को ले जाने का फैसला किया। करीब 6 किलोमीटर तक भारी बर्फबारी के बीच चलकर दूल्हा और बाकी लोग दुल्हन के पास पहुंचे।
दूल्हे के बड़े भाई आशीष गैरोला का कहना था “बारात के लिए करीब 80 लोग चले थे लेकिन रास्ते को देखते हुए कुछ लोगों को नीचे ही रोकना पड़ा। 2002 में हमने ऐसी शादी के बारे में सुना था लेकिन अब हम खुद ऐसी शादी के गवाह बन रहे हैं। हमारे लिए मुश्किलों के साथ सफर बहुत रोमांचक भरा रहा। बच्चे इस दौरान बर्फ से खेलते रहे।”…Next
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