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भारत के अलावा इन देशों में भी बोली जाती है हिन्दी, फिजी की है ऑफिशियल भाषा

भारत में हिन्दी को लेकर सबके अलग-अलग विचार है लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भारत में ज्यादातर हिन्दी भाषी लोग रहते हैं। दुनिया में हिन्दी भाषा को भारत से जोड़कर ही देखा जाता है। आज हिन्दी प्रसार-प्रचार के लिए बहुत जोर दिया जा रहा है। सोशल मीडिया के आने से हिन्दी को एक नई पहचान मिली है। अब युवा भी हिन्दी में अपनी बात रखने लगे हैं। आज ‘हिन्दी दिवस’ पर हम आपको भारत के अलावा ऐसे देशों के बारे में बताएंगे, जहां हिन्दी बोली जाती है।

Pratima Jaiswal
Pratima Jaiswal14 Sep, 2018

 

 

 

फिजी
फिजी दक्षिण प्रशान्त महासागर के मेलानेशिया में बसा एक द्वीप देश है। फिजी में हिन्दी को ऑफिशियल भाषा का दर्जा दिया गया है। इसे फिजियन हिन्दी या फिजियन हिन्दुस्तानी भी कहते हैं। यह भारत में बोली जाने वाली अवधी, भोजपुरी और अन्य बोलियों का समावेश है।

नेपाल

नेपाल की ऑफिशियल भाषा तो नेपाली है पर यहां नेपाली के साथ मैथिली, भोजपुरी और हिन्दी बोली जाती है।

 

त्रिनिदाद और टोबैगो

थाईलैंड और टोबेगो में अंग्रेजी ऑफिशियल भाषा है। यहां पर स्पेनिश, फ्रेंच, हिन्दी और भोजपुरी भी बोली जाती है।

 

बांग्लादेश
बंग्ला यहां की ऑफिशियल भाषा है। यहां इंग्लिश के साथ हिन्दी भी बोली जाती है।

 

 

सिंगापुर
सिंगापुर में माले और अंग्रेजी यहां की ऑफिशियल भाषा है। यहां तमिल, मेंड्रेन के साथ हिन्दीम भी बोली जाती है।

 

साउथ अफ्रीका
साउथ अफ्रीका में अंग्रेजी और अफ्रीकन यहां की ऑफिशियल भाषा है। यहां अन्य कई क्षेत्रिय भाषाओं के साथ हिन्दी भी बोली जाती है।

 

भारत में हिन्दी कब बनी अधिकारिक भाषा
6 दिसंबर 1946 को आजाद भारत का संविधान तैयार करने के लिए संविधान सभा का गठन हुआ। सच्चिदानंद सिन्हा संविधान सभा के अंतरिम अध्यक्ष बनाए गए। इसके बाद डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को इसका अध्यक्ष चुना गया। डॉ। भीमराव अंबेडकर संविधान सभा की ड्राफ्टिंग कमेटी (संविधान का मसौदा तैयार करने वाली कमेटी) के चेयरमैन थे। संविधान में विभिन्न नियम-कानून के अलावा नए राष्ट्र की आधिकारिक भाषा का मुद्दा भी अहम था क्योंयकि भारत में सैकड़ों भाषाएं और हजारों बोलियां थीं। काफी विचार-विमर्श के बाद हिन्दी और अंग्रेजी को नए राष्ट्र की आधिकारिक भाषा चुना गया। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिन्दी को अंग्रेजी के साथ राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया। बाद में जवाहरलाल नेहरू सरकार ने इस ऐतिहासिक दिन के महत्व को देखते हुए हर साल 14 सितंबर को ‘हिन्दी दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया। पहला आधिकारिक हिन्दी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था…Next

 

 

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