कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के लिए देशभर में छूट के साथ लॉकडाउन लागू है, जिसे अनलॉक 2 नाम दिया गया है। इस दौरान किसी भी तरह के भीड़भाड़ वाले सामाजिक आयोजन की मनाही है। बावजूद कर्नाटक में पारंपरिक भेड़ों की लड़ाई का मजा लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुट गए। प्रशासन ने जांच की बात कही है।
कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन
देशभर में कोरोना का कहर छाया हुआ है। हर रोज रिकॉर्ड स्तर पर नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं। बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो रही है। ऐसे में सरकार ने लोगों को जरूरत पर घर से निकलने पर अनुमति दी है। भीड़भाड़ वाले सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजनों पाबंदी लगाई है। ऐसे में कर्नाटक के बीजापुर में भेड़ लड़ाई के आयोजन पर सोशल मीडिया में सवाल उठाए जा रहे हैं।
कर्नाटक में बिना मास्क लगाए पहुंचे लोग
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक के बीजापुर के मुद्देबिहाल कस्बे में पारंपरिक भेड़ों की लड़ाई का आयोजन किया गया है। इस आयोजन में भेड़ों की लड़ाई देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हुए। तस्वीरों में दिख रहा है कि ज्यादातर लोग बिना मास्क के आयोजन में इकट्ठा हुए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया गया है।
विजेता भेड़ को मिलता है इनाम
कर्नाटक में भेड़ लड़ाई एक तरह का पारंपरिक खेल है, जो कस्बों और गांवों सालाना आयोजित किए जाते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस आयोजन में जीतने वाली भेड़ों के मालिक को इनाम स्वरूप नकद राशि और स्मृति चिह्न भी दिए जाते हैं। इस तरह के आयोजन के लिए लोग अपनी भेड़ों को लड़ाई के लिए कई महीने से पहले से ही तैयार करने में जुट जाते हैं।
शिकायत पर जागा प्रशासन, जांच के आदेश
भेड़ लड़ाई आयोजन को लेकर सोशल मीडिया पर एक शख्स की शिकायत के बाद कर्नाटक के सूचना एवं जनसंचार विभाग जनस्नेही ने स्थानीय प्रशासन को मामले से अवगत कराने की बात कही है। विभाग के मुताबिक स्थानीय तहसीलदार जीएस मालिगी को मामले की जांच को कहा गया है।…NEXT
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