अब इसे मॉडर्न जमाने का प्रभाव कह लीजिए या फिर स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता लेकिन जहां पहले केवल युवा ही अपने बाहरी व्यक्तित्व और अंदरूनी स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहा करते थे वहीं अब सभी उम्र के लोग अपने वजन को लेकर चिंतित रहने लगे हैं। फर्क बस इतना है कि जहां कॉलेज जाने वाले लोग जिम जाकर खुद को फिट रख लेते हैं वहीं कामकाजी पुरुष और महिलाएं अपनी दिनचर्या में इतना व्यस्त रहते हैं कि जिम जाना तो दूर अपनी सेहत तक के प्रति लापरवाही बरतने लगते हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य समस्याओं के कारण या उम्र ज्यादा हो जाने की वजह से जिम में जाकर भारी-भरकम एक्सरसाइज करना भी सभी के लिए सही नहीं होता।
ऐसे में योगा ही है, जो वजन कम करने का सबसे बेहतर साधन साबित हो सकता है। योगा में सूर्य नमस्कार आसन बहुत उपयोगी माना गया है।ऐसे ही अनेक योगासनों का अपना-अपना महत्व हैं। चलिए हम आपको बताते हैं कि योग की सहायता से आप किस तरह अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।
सूर्य नमस्कार
योगा करने का एक तरीका होता है जिसे दरकिनार करते हुए आप उपयुक्त तरीके से योगासन नहीं कर सकते। अब सूर्य नमस्कार की ही बात ले लीजिए। सूर्य नमस्कार योग की एक ऐसी विधा है जो आपके तन मन को स्फूर्ति प्रदान करती है। सूर्य नमस्कार करते समय आपको यह बात ध्यान रखनी होगी कि कब आपको सांस छोड़नी है और कब सांस लेनी है। योग के अनुसार मनुष्य के शरीर में तीन बंध, पहला शरीर के निचले हिस्से में, दूसरा पेट पर और तीसरा गले पर, बताए गए हैं। सूर्य नमस्कार करने से इन तीनों बंधों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और आपका शरीर तरोताजा महसूस करता है। सूर्य नमस्कार करने से पहले आपको अपना मस्तिष्क साफ और परिष्कृत कर लेना चाहिए ताकि हर तरह के बुरे विचार आपसे दूर रहे।
सूर्य नमस्कार करने के 12 तरीके :-
1. सबसे पहले दोनों हाथों को जोड़कर सीधे खड़े हो जाएं।
2. सांस भरते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर कानों से सटाएं और शरीर को पीछे की ओर स्ट्रेच करें।
3. सांस बाहर निकालते हुए व हाथों को सीधे रखते हुए आगे की ओर झुकें व हाथों को पैरों के राइट-लेफ्ट जमीन से स्पर्श करें। यहां ध्यान रखें कि इस दौरान घुटने सीधे रहें।
4. सांस भरते हुए राइट पैर को पीछे की ओर ले जाएं और गर्दन को पीछे की ओर झुकाएं। इस स्थिति में कुछ समय तक रुकें।
5. अब सांस धीरे-धीरे छोड़ते हुए लेफ्ट पैर को भी पीछे ले जाएं व दोनों पैर की एड़ियों को मिलाकर शरीर को पीछे की ओर स्ट्रेच करें।
6. सांस भरते हुए नीचे आएं व लेट जाएं।
7. शरीर के ऊपरी भाग को उठाएं और गर्दन को पीछे की ओर करते हुए पूरे शरीर को पीछे की ओर स्ट्रेच करें व कुछ सेकंड्स तक रुकें।
8. अब पीठ को ऊपर की ओर उठाएं व सिर झुका लें। एड़ी को जमीन से लगाएं।
9. दोबारा चौथी प्रक्रिया को अपनाएं लेकिन इसके लिए दाएं पैर को आगे लाएं व गर्दन को पीछे की ओर झुकाते हुए स्ट्रेच करें।
10. लेफ्ट पैर को वापस लाएं और दाएं के बराबर में रखकर तीसरी स्थिति में आ जाएं यानी घुटनों को सीधे रखते हुए हाथों से पैरों के दाएं-बाएं जमीन से स्पर्श करें।
11. सांस भरते हुए दोनों हाथों को कानों से सटाकर ऊपर उठें और पीछे की ओर स्ट्रेच करते हुए फिर दूसरी अवस्था में आ जाएं।
12. फिर से पहली स्थिति में आ जाएं यानी दोनों हाथों जोड़कर सीधे खड़े हो जाएं।
प्राणायाम
सुबह के समय बागीचों में और हेल्थ क्लबों में आपने जरूर लोगों को प्राणायाम करते हुए देखा होगा। प्राणायाम से आपका शरीर ज्यादा लचीला बनता है और साथ ही खुली हवा में इसे करने से आपकी रक्त कोशिकाएं भी खुलती हैं।
प्रत्याहार
अगर आप प्रतिदिन यह आसन दोहराएंगे तो आपका शरीर तो स्वस्थ रहेगा ही साथ ही आप अपनी इन्द्रियों पर भी नियंत्रण रख पाएंगे।
ध्यान
ध्यान एक ऐसी अवस्था है जिसके जरिए आप खुद को शांत रखने के साथ-साथ अपनी एकाग्रता को भी बढ़ा सकते हैं। भीड़भाड़ और शोर मचाती इस दुनिया से कुछ समय के लिए यह दूरी आपको कई अन्य चीजों की भी जानकारी दे सकती है। अगर आप उपरोक्त आसनों को सही तरीके से अंजाम देने में सफल हो जाते हैं तो समझ लीजिए देखते ही देखते ना सिर्फ आपका वजन कमहो जाएगा बल्कि आपका शारीरिक स्वास्थ्य भी उच्च कोटि का रहेगा।…Next
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