दुनियाभर में मशहूर रहे चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन की जिंदगी कैनवास की ही तरह खुशियों से रंगीन रही। भारत के सबसे महंगे पेंटर रहे एमएफ हुसैन ने जब चप्पल जूते पहनना छोड़ा तो लोग सवाल करने लगे। जब उन्होंने इसकी वजह बताई तो लोग दंग रह गए। आज ही के दिन लंदन में 9 जून 2011 को इस चित्रकार ने दुनिया को अलविदा कह दिया। आइए जानते हैं उनकी जिंदगी के कुछ रोचक किस्से।
फिल्मों के पोस्टर बनाकर गुजारा
महाराष्ट्र के सोलापुर जिले की चंद्रभागा नदी के किनारे बसे खूबसूरत कस्बे पंधारपुर में जन्मे मकबूल फिदा हुसैन शुरुआत से ही नेचर और वादियों से लगाव रखते थे। मकबूल जब मात्र डेढ़ साल के थे तब उनकी मां गुजर गईं। इसके बाद उनके पिता इंदौर आ गए। मकबूल भी 20 साल की उम्र में मुंबई के प्रसिद्ध जेजे आटर्स कॉलेज पढ़ने चले गए। यहां उनके अंदर का चित्रकार निखरकर सामने आया। करियर के शुरुआती दिनों में वह फिल्मों के पोस्टर होर्डिंग्स डिजाइन कर पैसा कमाते थे।
रामायण की 150 पेंटिंग्स से भर दी इमारत
1940 के दशक में मकबूल को प्रसिद्धि हासिल हुई और उनकी पेंटिंग्स की प्रदर्शनी विदेशों में लगने लगीं। वह देश के मशहूर चित्रकार बन चुके थे। बीबीसी के मुताबिक मकबूल फिदा हुसैन के खास दोस्तों में राजनेता राम मनोहर लोहिया भी शामिल थे। एक बार लोहिया ने मकबूल को कहा कि वह बड़े घरानों के लिए पेंटिंग्स बनाया करते हैं जबकि उन्हें रामायण पर पेंटिंग्स बनानी चाहिए। इस पर मकबूल ने रामायण की 150 पेंटिंग्स से उनकी पूरी इमारत भर दी थी।
चप्पल—जूते पहनने छोड़े
1963 में मकबूल फिदा हुसैन ने अचानक जूते चप्पल पहनना छोड़ दिया। वह जब घर से निकलते तो नंगे पैर निकलते। इस पर मीडिया समेत उनके दोस्तों ने सवाल करने शुरू कर दिए। एमएफ हुसैन ने सबको जवाब देते हुए कहा कि हिंदी के मशहूर कवि मुक्तिबोध उनके करीबी दोस्त थे जब वह उनकी चिता पर गए तो उन्होंने चप्पलें उतार दीं। उसी दौरान कर्बला भी याद आ गया और मां भी। उनके पिता कहा करते थे कि मकबूल तुम्हारे पैर तुम्हारी मां के जैसे हैं। फिर मैं पैरों में चप्पलें क्यों पहनूं। एमएफ हुसैन की यह बात सुनकर लोग उनकी सराहना करने लगे।
हिंदू देवी देवताओं की पेंटिंग्स पर विवाद
मकबूल फिदा हुसैन को हिंदू देवी देवताओं और भारत माता की नग्न पेंटिंग्स बनाने के लिए आलोचना झेलनी पड़ी। उनके खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन हुए। बीबीसी के मुताबिक जब एमएफ हुसैन से पूछा गया कि उन्होंने नग्न पेंटिंग्स क्यों बनाईं तो उन्होंने कहा कि इसका जवाब अजंता और महाबलीपुरम के मंदिरों में है। बाद में एमएफ हुसैन ने भारत छोड़ दिया और कतर की नागरिकता हासिल कर ली। लंदन में उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली।…NEXT
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