Menu
blogid : 26149 postid : 1878

21 की उम्र में शादी और फिर पति की हिंसा से तंग होकर भारत लौट आई थीं नीरजा भनोट, जन्मदिन से 2 दिन पहले हो गईं शहीद

हम में से कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी जिंदगी चुनौतियों से भरी होती है लेकिन फिर भी वो कभी हार नहीं मानते। उनकी हिम्मत और जिंदादिली में किसी तरह की कमी नहीं आती। ऐसा ही एक नाम है नीरजा भनोट, जिन्होंने अपनी जान कुर्बान करके इंसानियत की ऐसी मिसाल पेश की, जिनके लिए उन्हें आज भी याद रखा जाता है। नीरजा का सम्मान भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान और अमेरिका में भी किया गया था। अपनी जिंदगी गंवाकर हाईजैक हो चुके प्लेन में मौजूद लोगों की जिंदगी बचाई, जानें उनसे जुड़ी कुछ खास बातें-

Pratima Jaiswal
Pratima Jaiswal5 Sep, 2019

 

 

 

एक सफल मॉडल थीं नीरजा

एयर होस्टेस बनने से पहले ही नीरजा एक टॉप की मॉडल थीं। उन्होंने कई नामी ब्रैंड्स के लिए प्रिंट और टीवी विज्ञापन किए थे। जब वह 16 साल की थीं, तब एक मैगजीन ने उन्हें स्पॉट किया। उन्होंने करीब 90 ब्रैंड्स के लिए मॉडलिंग की।

 

neerja

 

 

21 साल में शादी और पति की प्रताड़ना
नीरजा की शादी मात्र 21 साल की उम्र में ही हो गई थी। शादी के बाद वह अपने पति के साथ विदेश रहने चली गईं। लेकिन दहेज के लिए प्रताड़ित किए जाने की वजह से सब छोड़कर वापस आ गईं।एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में नीरजा के पिता ने बताया था कि शादी के बाद नीरजा को उनके पति ने पैसे और खाने के लिए खूब तरसाया था, जिसकी वजह से 2 महीने में ही उनका वजन 5 किलो तक घट गया था।

 

जन्मदिन से ठीक दो दिन पहले हुई थी हत्या

अपने जन्मदिन से ठीक दो दिन पहले या 5 सितंबर को नीरजा जिस प्लेन में सवार थी, उसे चार आतंकियो ने हाईजैक कर लिया था। 7 सितंबर को नीरजा 23 साल की होने वाली थी, लेकिन उसके पहले उन्होंने 360 लोगों के लिए खुद को कुर्बान कर दिया।

 

neerja

 

 

पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट पर फ्लाइट हुई हाईजैक

5 सिंतबर 1986 को यानी नीरजा के 23वें जन्मदिन से केवल 2 दिन पहले को पैन एएम की फ्लाइट 73 में सीनियर पर्सर थीं, ये फ्लाइट मुंबई से अमेरिका जा रही थी लेकिन पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट पर इसे 4 हथियारबंद लोगों ने हाईजैक कर लिया। इस फ्लाइट में 360 यात्री और 19 क्रू मेंबर्स थे।

 

 

neerjaa

 

 

बच्चों को बचाने में नीरजा को लगी गोली

प्लेन को हाईजैक करने के 17 घंटे बीतने के बाद आतंकियों ने यात्रियों की हत्या करनी शुरू कर दी। प्लेन में मौजूद 44 अमेरिकियों में से 2 की हत्या कर दी गई थी, नीरजा को आतंकियों ने उस समय गोली मारी, जब वो तीन अमेरिकी बच्चों को गोली से बचाने की कोशिश कर रही थीं।

.

Neerja Bhanot

 

 

पाकिस्तान और अमेरिका भी हैं नीरजा के मुरीद

भारत सरकार ने इस काम के लिए नीरजा को बहादुरी के लिए सर्वोच्च वीरता पुरस्कार ‘अशोक चक्र’ से सम्मानित किया। नीरजा यह पुरस्कार पाने वाली सबसे कम उम्र की महिला रहीं। इतना ही नहीं, नीरजा को पाकिस्तान सरकार की तरफ से ‘तमगा-ए-इंसानियत’ और अमेरिकी सरकार की तरफ से ‘जस्टिस फॉर क्राइम अवॉर्ड’ से भी नवाजा…Next 

 

Read More :

सुनिधि चौहान को देखे बिना ही लता मंगेशकर ने बना दिया था रिएलिटी शो का विनर, इस गाने के बाद चल पड़ा उनका कॅरियर

कश्मीर के बारे में अफवाह फैलाने की वजह से ट्विटर के 8 अकांउट सस्पेंड

श्रीदेवी की मां ने ‘मिस्टर इंडिया’ में काम के बदले बोनी कपूर से मांगी थी इतनी रकम, ऐसे शुरू हुई थी दोनों की लव स्टोरी

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh