आप पुरानी हिन्दी फिल्मों में देखते आ रहे होंगे कि हीरो-हीरोइन को प्यार हो जाता है और जब शादी तक बात पहुंचती है तो अमीरी-गरीबी, धर्म या जाति जैसे भेद सामने आ जाते हैं और ‘घरवाले नहीं मानेंगे’ डायलॉग बोलकर पूरी सामाजिक व्यवस्था और धारणा समझ आ जाती है।
हमारा समाज माता-पिता के खिलाफ जाकर शादी करने वाले युवाओं को आसानी से स्वीकार नहीं कर पाया है, बहरहाल, इस मुद्दे पर सभी के अपने-अपने विचार हो सकते हैं या दुविधा की स्थिति हो सकती है लेकिन सूरत में एक अनोखे कार्यक्रम में 10,000 स्टूडेंट्स इस दुविधा से हटकर एक साथ शपथ ले रहे हैं कि वो भविष्य में अपने माता-पिता की मर्जी से शादी करेंगे। इस दिन के लिए उन सभी ने ‘वैलेंटाइन डे’ का दिन चुना है।
10 हजार स्टूडेंट्स ने शपथ
‘हास्मेय जयते’ के लाफ्टर थरेपिस्ट कमल मसालावाला ने कहा कि वह इस अनोखे कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। सूरत के 12 स्कूलों में जहां लड़के-लड़कियां साथ पढ़ते हैं, वहां पर यह शपथग्रहण समारोह आयोजित होगा। उन्हें शपथ दिलाई जाएगी कि अगर उनकी लव मैरेज को लेकर माता-पिता को आपत्ति है तो वे उनकी मर्जी के खिलाफ जाकर कतई शादी नहीं करेंगे।
‘माता-पिता’ की भावनाओं की कद्र करें युवा
कार्यक्रम के आयोजकों में से एक कवि मुकुल चौकसी ने कहा, ‘जब माता-पिता लव मैरेज के खिलाफ होते हैं तो कई युवक उनसे झगड़ा करते हैं। वे माता-पिता की फीलिंग्स नहीं समझते। शपथ लेने के बाद ये छात्र भविष्य में अपने माता-पिता की भावनाओं का सम्मान करेंगे।’ ये अनोखी तरह की शपथ इसलिए भी चर्चा का विषय बन रही है क्योंकि 14 फरवरी पर युवा वैलेंटाइन मनाने के लिए साथ मिलते हैं…Next
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