कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर से अपने बयानों को लेकर चर्चा में है, कल राहुल ने एक कार्यक्रम में कोला कोला और मैक्डोनाल्ड के इतिहास के बारे में बात की थी। राहुल ने बताया था कि कैसे ये दोनों कंपनियों की शुरूआत हुई थी। राहुल ने अफने बयान में कहा था कि, “आप मुझे बताओ कि कोका-कोला कंपनी को किसने शुरू किया? कौन था ये? कोई जानता है? मैं आपको बताता हूं कि कौन थे? कोका-कोला कंपनी को शुरू करने वाला एक शिकंजी बेचने वाला व्यक्ति था, वो अमरीका में शिकंजी बेचता था और पानी में चीनी मिलाता था। उसके अनुभव, हुनर का आदर हुआ, पैसा मिला और कोका-कोला कंपनी बनी। मैकडोनाल्ड कंपनी को किसने शुरू किया? कोई बता सकता है, वो ढाबा चलाता था, आप मुझे हिंदुस्तान में वो ढाबावाला दिखा दो, जिसने मैकडोनाल्ड और कोका कोला कंपनी बना दी हो. कहां है वो?” राहुल गांधी के इस बयान की सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है, वजह है राहुल गांधी का कोका-कोला कंपनी और मैकडोनाल्ड का ग़लत इतिहास बताया है। तो चलिए जानते हैं आखिर कैसा था कोका कोला और मैकडॉनल्ड का इतिहास और क्यों राहुल का बयान दोनों के इतिहास से मेल नहीं खाता है।
कुछ ऐसे हुई थी कोका कोला की शुरुरआत
कोका कोला को किसी पहचान कि जरुरत नहीं है आज उसे हर खास से लेकर आम तक पहचानता है और उससे अपनी प्यसा बूझाता है। कोका कोला दुनिया में सबसे ज्यादा पहचाने जाने वाले ब्रैंड में से एक है जिसे 200 से ज्यादा देशों में बेचा जाता है। कोका-कोला की शुरुआत 1886 में अमेरिका के अटलांटा में एक फार्मासिस्ट डॉ जॉन एस पेम्बरटन ने की थी। कोका-कोला की वेबसाइट के मुताबिक़, एक दोपहर फार्मिस्ट जॉन पेम्बर्टन ने अपनी लैब में एक तरल पदार्थ तैयार किया। इस पदार्थ को वो जैकब फार्मेसी के बाहर लेकर आए, इस पदार्थ में सोडे वाला पानी मिला हुआ था। जॉन पेम्बर्टन ने वहां खड़े कुछ लोगों को इसे चखवाया, सबने इस नई ड्रिंक को पसंद किया। इस ड्रिंक के एक गिलास को पांच सेंट की दर से बेचना तय हुआ। फ्रैंक रॉबिनसन जो जॉन पेम्बर्टन के साथ थे, उन्होनें इस मिक्सचर को कोका-कोला नाम दिया। तब से लेकर आज तक ये 132 साल पुराना मिक्सचर कोका-कोला के नाम से ही जाना जाता है। वैसे आज की तारीख में हर दिन कीब दो अरब बोतलें रोज़ बिकती हैं।
मैक्डोनाल्ड को भाईयों ने मिलकर किया शुरु
मैकडोनाल्ड के शुरू होने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है, इसकी शुरुआत 1940 में अमेरिका के कैलिफोर्निया में दो भाईयों ने की थी और इनके नाम डिक और मैक मैकडोनाल्ड थे। दोनों ने मिलकर हैमबर्गर बेचने वाला रेस्टोरेंट शुरू किया था, मैकडोनाल्डकी शुरुआत एक सेल्फ सर्विस रेस्टोरेंट के तौर पर हुई थी। 1948 में उन्होंने स्पनी सर्विस शुरु की, जहां लोग सीधे गाड़ी लेकर जा सकते थे और जल्दी से खाना ले सकते थे।
मैकडोनाल्ड की खास बात यह थी इसमें लोगों को मात्र 15 सेंट में हैमबर्गर मिलता था और यही वजह थी की लोगों के बीच काफी मशूहर हुआ। 15 अप्रैल 1955 में दुनिया का पहला मैकडोनाल्ड रेस्तरां खोला गया था, आज दुनियाभर के 100 देशों में मैकडोनाल्ड ग्रुप के 36,000 रेस्टोरेंट हैं। मैकडोनाल्ड के शुरुआती मेन्यू में हैमबर्गर चीज बर्गर सॉफ्टड्रिंक, मिल्क कॉफी, पाई और पोटैटो चिप्स हुआ करते थे। पोटैटो चिप्स ही बाद में फ्रेंच फ्राइज बन गया जो आज मैकडोनाल्ड का सबसे ज्यादा बिकने वाले स्नैक्स में से एक है।…Next
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