कोरोना महामारी से निपटने के लिए दुनियाभर के देशों ने अपनी ताकत झोंक दी है। मरीजों की देखभाल और इलाज के दौरान स्वास्थ्यकर्मी भी वायरस की चपेट में आ रहे हैं। स्वास्थ्यकर्मियों समेत मरीजों की जिंदगी बचाने के लिए रवांडा की सरकार ने हाइटेक तकनीक से लैस रोबोट मैदान में उतार दिए हैं।
हाइटेक होकर कोरोना को हराना आसान
शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार रवांडा की सरकार ने कहा है कि लगातार संक्रमण फैला रहे कोरोना वायरस से फाइट के लिए हमें हाइटेक होना पड़ेगा। इसके लिए हम अत्याधुनिक तकनीक से युक्त रोबोट का इस्तेमाल करने जा रहे हैं। इससे कोरोना को हराने में हमें सफलता हासिल होगी।
स्वास्थ्यकर्मियों को संक्रमण से बचाएगा
रवांडा के स्वास्थ्य मंत्री डेनियल नागमिजी ने कहा कि रोबोट की मदद से हम स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में कारगर साबित होंगे। संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को वायरस की चपेट में आने से बचाया जा सकेगा। कोरोना से जंग में स्वास्थ्यकर्मी हमारी फ्रंटलाइन के सिपाही हैं और हम उन्हें खोना नहीं चाहते हैं।
एक मिनट में 150 स्क्रीनिंग में सक्षम
यूएन की मदद से यह रोबोट रवांडा सरकार को हासिल हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार एक रोबोट एक मिनट में 50 से 150 लोगों की स्क्रीनिंग कर सकता है। अत्याधुनिक तकनीक से लैस यह रोबोट मरीज के रूम में जाकर दवा, खाना देने के साथ ही देखभाल भी करने में सक्षम है।
कई तरह के काम करने की क्षमता
रिपोर्ट के अनुसार यह रोबोट मरीज की वर्तमान स्थिति और उसके डाटा को कैप्चर करता है और रिपोर्ट आगे बढ़ा देता है। इससे हर मरीज की तबियत पर निगरानी रखना आसान है। यह मोबाइल रोबोट फेशिएल रिकग्नीशन, टेंपरेचर स्क्रीनिंग के साथ मरीज का मेडिकल रिकॉर्ड रखता है।
कैमरा, सेंसर्स से लैस है रोबोट
इन रोबोट्स की मदद से रवांडा के स्वास्थ्य कर्मियों को काफी मदद मिलने वाली है। इससे स्वास्थ्य क्षमताओं में बढ़ोत्तरी के साथ ही जांच और उपचार में भी आसानी मिलेगी। मानव जैसे दिखने वाले यह रोबोट सेंसर, कैमरा और आधुनिक तकनीक से लैस हैं।…NEXT
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