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रिसर्च का दावा, वीकेंड में ज्यादा सोने से बढ़ सकती है आपकी उम्र

आज के दौर में लोग अक्सर देर रात सोते हैं और इसके कई सारे कारण हैं। कुछ लोग लेट ऑफिस से आते हैं तो कुछ अपने मीजि कामों की वजह से देर से सोते हैं। लेकिन इस देर से सोने की वजह से कई लोगों की नींद पूरी नहीं हो पाती है फिर चाहे वो कोई नौकरीपेशा हो या फिर घर में रहने वाला। ऐसे में अक्सर कई लोग 5 से 6 घंटे की ही नींद ले पात है जो पूरी नहीं है और शरीर के लिए पूरी नींद हर तरह से बेहद जरूरी है। आपने अक्सर सुना और पढ़ा भी होगा कि पूरी नींद एक स्वस्थ जीवन जीने की ओर पहला कदम होता है।जब भी आप ठीक से सोए नहीं होते हैं, इसका असर आप पर न सिर्फ शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी पड़ता है। लेकिन आजकल हर किसी की नींद पूरी नहीं हो पात है, लेकिन अब आप नींद पूरी करने के लिए विकेंड का इतंजर करिए और भरपूर सोएं। जी हां एक सोध ने बताया है कि ऐस करना आपको न केवल आपको आराम दिलाएगा बल्कि इसका एक अलग फायदा भी होगा।

Shilpi Singh
Shilpi Singh25 May, 2018

 

 

 

विकेंड परलें अच्छी नींद

आधी अधूरी नींद ने केवल आपकी थकान को पूरा मिटाती बल्कि आपको कई तरह की परेशानी भी दे जाती है। कई सारी रिर्सच में ये भी कहा गय था कि आपका ज्यादा सोना भी सेहत के लिए खतरनाक है। लेकिन एक नए रिर्सच में पता चला है कि अगर आप विकेंड यानि अपनी छट्टी के दिन लंबा सोते हैं तो ये आपके लिए अच्छा है।

 

 

आठ घंटे की नींद लें वीकेंड में 

एक नई रिसर्च से सामने आया है कि अपनी टूटी हुई नींद को आप कभी भी बे-समय सोकर पूरा कर सकते हैं। स्टॉकहोम यूनिवर्सिटी ने 43 हजार लोगों से उनके नींद के समय के बारे में पूछा गया और फिर और 13 साल तक उनपर अध्ययन किया। अध्ययन में यह पाया गया कि 65 साल से कम उम्र के लोग जो पांच घंटे या उससे कम की नींद सप्ताह में सात दिन लेते हैं उनकी मृत्यु दर छह या सात घंटे सोने वालों की तुलना में 65 प्रतिशत बढ़ जाती है। लेकिन सप्ताह के दौरान पांच या उससे कम घंटे सोने वालों के लिए मौत का कोई खतरा नहीं था यदि वो वीकेंड में आठ या अधिक घंटे की नींद लेने में कामयाब रहे।

 

 

सोने के समय को थोड़ा बढ़ाना बेहतर

स्टॉक रिसर्च इंस्टीट्यूट, स्टॉकहोम विश्वविद्यालय में अध्ययन के लेखक टोरबोजर्न आकरस्टेड के अनुसार वीकेंड पर ज्यादा सोकर आप सप्ताह भर की छूटी हुई नींद को पूरा कर सकते हैं। हां, इसकी एक सीमा जरूर है लेकिन वीकेंड पर अपने सोने के समय को थोड़ा बढ़ाना बेहतर जरूर है। वर्किंग डे में जब भी हम अपने बॉडी क्लॉक में परिवर्तन करते हैं, हम ज्यादा थका हुआ महसूस करते हैं। दरअसल हमारे शरीर को हमारा रूटीन पता होता है और हमारे काम के अनुसार हॉरमोन्स रिलीज होते हैं। जब हमारा सोने का समय होता है तो हमें खुद ही थकान महसूस करने लगते हैं।…Next

 

 

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