दुनिया की सबसे खूबसूरत धरोहरों में शुमार ताज महल जिस शहर में है वह अगले 10 दिनों के लिए व्यस्त होने वाला है। दरअसल, आगरा में ताज महोत्सव की शुरुआत हो रही है। 18 फरवरी से शुरू होने वाले इस राष्ट्रीय समारोह में कई नई चीजों और कार्यक्रमों को शामिल किया गया है। जिसे, देखकर लोग दंग होने वाले हैं। आइए जानते हैं ताज महोत्सव का इतिहास।
दुनियाभर से पहुंचे दर्शक
मोहब्बत की निशानी ताज महल के लिए मशहूर शहर आगरा यहां हर साल होने वाले ताज महोत्सव के लिए भी दुनियाभर में चर्चा हासिल करता है। इस महोत्सव में दुनिया के हर कोने से पर्यटक शामिल होने आते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित होने वाले महोत्सव का आगाज संस्कृति के रंग ताज के संग थीम संगीत से हो रहा है।
इस बार क्या है नया
हर साल की भांति इस बार भी ताज महोत्सव को भव्य तरीके से आयोजित किया जा रहा है। इसलिए महोत्सव में कई खास कार्यक्रमों को भी शामिल किया गया है। खास बात है कि महोत्सव में रामायण पर आधारित कार्यक्रमों के साथ ही आधुनिक बॉलीवुड नाइट को भी शामिल किया गया है। इस महोत्सव को हर उम्र और वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर कार्यक्रमों को समाहित किया गया है।
आगरा का जन्म और ताजमहल
दिल्ली सल्तनत के बादशाह सिकंदर लोदी के शासनकाल के दौरान 1504 में आगरा को पहचान हासिल हुई। हालांकि, इसका सुनहरा समय मुगल काल में शुरू हुआ। मुगल बादशाह अकबर ने यमुना के किनारे अकबराबाद नाम से शहर बसाया और इसे मुगल सल्तनत की राजधानी बनाया। यहां से अकबर, जहांगीर और शाहजहां ने अपना शासन चलाया। इसी दौरान इस शहर में ताजमहल का निर्माण भी किया गया जो विश्व प्रसिद्ध इमारत बना।
पर्यटन को बढ़ाने के लिए हुई शुरुआत
भारत की आजादी के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने ताजमहल की पॉपुलैरिटी को विश्वस्तर पर पहुंचाने के लिए यहां पर ताज महोत्सव की शुरुआत की। महोत्सव शुरू करने के पीछे पर्यटन को बढ़ावा देने की मंशा थी, जो सफल साबित हुई। 1992 में पहली बार ताज महोत्सव का आयोजन हुआ था। तब से लगातार हर साल यूपी सरकार यहां ताज महोत्सव का आयोजन करती है। इस बार यह महोत्सव 18 फरवरी से शुरू होकर 27 फरवरी तक चलेगा।…NEXT
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