DIL KI KALAM SE
- 63 Posts
- 310 Comments
वचन दिया जो तुमने प्रीतम
जीवन भर साथ निभाने का
पवित्र अग्नि को साक्षी मान
परिस्तिथियों से ना घबराने का
साथ फेरों का बंधन दे
अपना बनाया मेरा मन
हर ख़ुशी कर, मुझे अर्पण
प्रेम की ज्योति चित जगा
कदम मिलाकर चलूंगी में भी
बन संगनी तेरी हमदम
सूर्योदय से सूर्यास्त तक
तुझे निहारूं
लम्बी उम्र की दुआ मैं मांगूं
हृदय में तेरा अक्स बना
तुझे मैं चाहूं उमर भर
हर पल और जीवन के
हर एक क्षण
दरकिनार कर हर नोक झोक को
सुख दुःख में तेरे कदम मिलाऊं
तू हसे और मैं मुस्काऊं
जीवन साथी तुझको पाकर
वारी वारी मैं किस्मत जाऊं
Read Comments