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गीत रूप में संक्षिप्त रामायण

DIL KI KALAM SE
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राम श्री राम जय जय श्री राम राम श्री राम जय जय श्री राम……..

 

बाल रूप में प्रभु ने

चांंद की रट लगाई थी

युक्ति दे मंथरा ने तब

समस्या ये सुलझाई थी

राम श्री राम जय जय श्री राम राम श्री राम जय जय श्री राम………

 

 

विश्वामित्र ने जब आकर

दशरथ से गुहार लगाई थी

भेज श्री राम संग उनके

राक्षसोंं से मुक्ति दिलाई थी

राम श्री राम जय जय श्री राम राम श्री राम जय जय श्री राम…………

 

 

मोहने आई सुपर्णखा ने

ठिठोली कर दोनों भाइयों से

खाने सीता माता को आई थी

तब लक्ष्मण से नाक कटाई थी

राम श्री राम जय जय श्री राम राम श्री राम जय जय श्री राम………….

 

 

बाली का वध किया प्रभु ने

मित्रता सुग्रीव से करायी थी

बना सेना बंदरोंं की तब

लंका पर चढ़ाई करायी थी

राम श्री राम जय जय श्री राम राम श्री राम जय जय श्री राम………….

 

 

भेष बदल तब रावण ने

सीता माता उठाई थी

विनाश कर रावण कुल का

माता सीता छुड़ाई थी

राम श्री राम जय जय श्री राम राम श्री राम जय जय श्री राम………….

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