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“प्रकृति की व्यवस्था “

SUBODHA
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सुबह याकूब मेमन को फांसी हो गयी,दोपहर में कलाम साहब का अंतिम संस्कार है | कुछ लोगों की नज़रों में फांसी गलत है ,उनके अनुसार वो बम विस्फोट ,बाबरी मस्जिद के विध्वंस के परिणाम थे,तो बाबरी मस्जिद किसका परिणाम थी ,वो क्या लव-कुश बनाकर गए थे | १७-१७ बार आक्रमण करते रहे ,हम सोमनाथ के मंदिर में शिव लिंग को देखते रहे ,हर -हर महादेव करते रहे ,हमें लगा रेणुका के २१ बार पुकारने से परशुराम की तपस्या टूटी थी,शायद शिव की भी कभी तपस्या टूटेगी ,पुकारते रहो ऐसी ही | गीता,कुरान ,गुरुग्रंथसाहिब,बाइबिल में सबसे अच्छा क्या है ,ये तो नहीं मालूम ,पर यदि आप किसी का विनाश सोचेगो ,तभी नियति तुम्हारा विनाश भी सुनिश्चित कर देती है |
इस देश की माटी बहुत शक्तिशाली है,रामेश्वरम में कलाम पैदा होकर गीता पढ़ते हैं ,तो काली का उपासक परमहंस, मुस्लिम & अन्य सभी धर्मो की उपासना पद्धति को अपनाकर यह सिद्धांत देता है -“ALL RELIGIONS ARE TRUE,GOD CAN BE REALIZED THRU ALL THE PATHS.”
यदि इंसान रहेगा ,तभी धर्म रहेगा , एवं इंसान का अपना आचरण ही सबसे बढ़ा धर्म है,उसकी अपनी सोच ही उसके लिए वेद है ,उसके कर्म ही उसका भविष्य है -ऐसा मैं पूर्ण दृढ़तापूर्वक कह सकता हूँ |
केदारनाथ त्रासदी के दौरान ऐसी भी ख़बरें आयी ,कुछ लुटेरे वहां पर मौक़ा पाकर सोना -चांदी लूट रहे थे ,ऐसी सोच को धिक्कार है | जब इंसान ही नहीं बचेगा ,तो सोने का क्या होगा | सोने की लंका जलने की कहानी का राज यही है |
वर्षा रितु बहुत सुखद है ,सब कुछ धुला -धुला सा है ,कार ,बस ,ट्रैन ,बाइक सब ऐसे लगते हैं ,जैसे अभी शो रूम से बाहर आये हों | आकाश से लेकर पृथिवी तक की हवा में प्रदूषण कम हो गया |
विधाता का यज्ञ नित्य चल रहा है,सारे जीव अपनी -अपनी भूमिका निभा रहे हैं |
” हे राम ! तुम्हारी जय होवे |

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