Menu
blogid : 18093 postid : 1142781

“महिषासुर की पूजा सबको करनी चाहिए ,पर देवी की ज्यादा “

SUBODHA
SUBODHA
  • 240 Posts
  • 617 Comments

दुर्गा सप्तशती वैकृतिक रहस्यम ३० वां अर्धश्लोक –
पूजयेन्महिषं येन प्राप्तम सायुज्यमीशया ||
जब से देश में महिषासुर की चर्चा है ,तब से मेरा ध्यान दुर्गा शप्तशती की इस पंक्ति की ओर था ,पर आज मैंने उसे खोजकर पूर्ण आत्मविश्वास के साथ आप सब के समक्ष रखा |
आशा है ,सुधी पाठक लाभान्वित होंगे |
महिसुर और महिषासुर में अंतर मात्र इतना है ,महिसुर ,पृथ्वी की चरण वन्दना करता है ,महिषासुर पृथ्वी को सींगो से प्रताड़ित करता है |
|| जय माँ भगवती ,आदिशक्ति ,सबको सद्बुद्दि दे ||

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh