मुख्यमंत्री पद के लिए मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नाम पर मुहर लगने के बाद आखिरकार राजस्थान में भी फैसला कर लिया गया है। लंबे सस्पेंस के बाद आखिरकार अशोक गहलोत को राज्य की कमान संभालने की जिम्मेदारी देने का फैसला कांग्रेस ने लिया है। वहीं, सचिन पायलट को राजस्थान का डेप्युटी सीएम बनाया जाएगा। इसके अलावा वह राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष भी बने रहेंगे। ऐसे में राजस्थान में वंसुधरा राजे की सत्ता पलटने वाले अशोक गहलोत के बारे में जानने की दिलचस्पी बढ़ गई है। आइए, जानते हैं कौन है अशोक गहलोत।
1980 में पहली बार बने थे सांसद
अशोक गहलोत का जन्म 3 मई 1951 को जोधपुर में हुआ था। गहलोत ने विज्ञान और कानून में स्नाशतक डिग्री प्राप्तस की तथा अर्थशास्त्र विषय लेकर स्नालतकोत्तर डिग्री प्राप्ते की। उनका विवाह 27 नवम्बोर, 1977 को सुनीता गहलोत के साथ हुआ। अशोक गहलोत 1980 में पहली बार सांसद बने। पहली बार 1 दिसंबर, 1998 में उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, तब वे 47 साल के थे। गहलोत 2008 में बीजेपी की वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ जनमत हासिल करने कामयाब रहे और एक बार फिर प्रदेश के सीएम चुने गए।
इंदिरा गांधी सरकार में संभाल चुके हैं अहम विभाग
गहलोत 1980 में पहली बार जोधपुर से सांसद चुने गए और 1984 में दोबारा वहीं से निर्वाचित हुए। राजस्थान की विधानसभा में वे अपनी परम्परागत सीट सरदारपुरा से चुनाव जीतकर पहुंचते रहे हैं। उन्हें पहली बार 1985 में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस समिति (PCC) का अध्यक्ष बनाया गया था। वे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार में 1982 में केंद्र में पर्यटन उपमंत्री बने और फिर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सरकार में 1984-85 में भी इस पद पर रहे। राजस्थान में 1989 में उन्होंने गृह मंत्रालय का कार्यभार संभाला था।
पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव की सरकार में गहलोत 1991 से कपड़ा राज्यमंत्री भी रहे। गांधी परिवार के साथ गहलोत की नजदीकी रही। उन्हें 1994 और 1997 में फिर से राजस्थान में कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया। विधानसभा चुनावों में 1998 में पार्टी का नेतृत्व करने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री बने।
सबसे दिलचस्प बात ये है कि गहलोत का परिवार कृषि से जुड़ा रहा है लेकिन उनके पिता जादूगर भी थे और खुद गहलोत भी जादूगरी जानते हैं। ऐसा उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था…Next
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