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इस साल बदला था बजट पेश करने का समय, जानें कब शुरू हुई हिंदी में छपाई

आज संसद में आम बजट पेश किया जा चुका है, सालों से सरकारें बजट पेश कर रही हैं। वैसे तो आज के बजट पर तो सबकी निगाहें रहेंगी, लेकिन आज हम आपको बताते हैं कि पहले भारत में बजट कैसे पेश किया गया। किसने पेश किया और इस दौरान क्या-क्या बदलाव हुए।

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शनमुखम शेट्टी ने पेश किया आजाद भारत का पहला बजट

आजाद भारत का पहला बजट शनमुखम शेट्टी ने नवंबर 1947 में पेश किया। अपना पहला बजट पेश करने के बाद शनमुखम शेट्टी ने इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद केसी नियोजी ने 35 दिन के लिए वित्त मंत्री का पदभार संभाला था।


Shanmukham Chetty



अंग्रेजी की जगह हिंदी में शुरू हुई छपाई

बजट पेपर पहले राष्ट्रपति भवन में ही छापे जाते थे, लेकिन 1950 में पेपर लीक हो जाने के बाद से इन्हें मिंटो रोड स्थित सिक्योरिटी प्रेस में छापा जाने लगा। 1980 से बजट पेपर नॉर्थ ब्लॉक से प्रिंट होने लगे। शुरुआत में बजट अंग्रेजी में बनाया जाता था, लेकिन 1955-56 से बजट दस्तावेज हिन्दी में भी तैयार किए जाने लगे। 1955-56 में ही बजट में पहली बार कालाधन उजागर करने की स्कीम शुरू की गई थी।



Budget


सर्वाधिक बजट पेश करने का रिकॉर्ड

मोरारजी देसाई ने अब तक सर्वाधिक 10 बार बजट पेश किया है। 6 बार वित्तमंत्री और 4 बार उपप्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने ऐसा किया। इनमें 2 अंतरिम बजट शामिल हैं। अपने जन्मदिन पर 2 बार बजट पेश करने वाले वे एकमात्र वित्तमंत्री रहे हैं। देसाई का जन्मदिन 29 फरवरी को है, जो कि 4 साल में एक बार ही आता है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी वित्तमंत्री के रूप में 7 बार बजट प्रस्तुत कर चुके हैं।


Morarji


शाम 5 बजे से सुबह 11 बजे हुआ बजट पेश करने का समय

साल 2000 तक केंद्रीय बजट को फरवरी महीने के अंतिम कार्य-दिवस को शाम 5 बजे घोषित किया जाता था। यह समय ब्रिटिश संसद के आधार पर तय किया गया था और उनके टाइम के अनुसार भारत ने इसे शाम को पेश करना शुरू किया। अटल बिहारी बाजपेयी की एनडीए सरकार (बीजेपी द्वारा नेतृत्व) के तत्कालीन वित्त मंत्री श्री यशवंत सिन्हा थे, जिन्होंने परम्परा को तोड़ते हुए 2001 के केंद्रीय बजट के समय को बदलते हुए 11 बजे घोषित किया।


Yashwant Sinha



बजट पेश करने की बदली तारीख

2017 से पहले बजट फरवरी माह के अंतिम कार्य दिवस में पेश किया जाता था, लेकिन 2017 से इसे 1 फरवरी या फरवरी के पहले कार्य दिवस में पेश किया जाने लगा। 2017 के बजट से ही केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने रेल बजट को आम बजट में समायोजित कर एक और प्रयोग किया।…Next


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