कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी का जन्म 19 जून 1970 को दिल्ली में हुआ आज वह 48 साल के हो गए हैं। राहुल देश के मशहूर गांधी-नेहरू परिवार से हैं। उनके पिता स्व. राजीव गांधी और दादी स्व. इंदिरा गांधी भारत के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। राहुल भले ही इस वक्त कांग्रेस में बड़े पद पर हों, लेकिन वह अपना जन्मदिन बेहद सादे तीरके से मनाते हैं। खबरे है कि वो दिल्ली में पार्टी हेडक्वार्टर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच अपना जन्मदिन मनाएंगे। राहुल के बारे में वैसे तो कई सारी बातें मीडिया में चलती रहती हैं लेकिन कुछ बाते हैं जो उनके बारे में बहुत कम लोगों को पता है, तो चलिए एक नजर डालते हैं उन खास बातों पर।
अकीडो (Aikido) में ब्लैक बेल्ट
बहुत कम लोगों को पता है कि राहुल गांधी मार्शल आर्ट अकीडो में ब्लैक बेल्ट धारी हैं। इस बात का खुलासा कोई एक साल पहले तब हुआ जब बॉक्सर विजेंदर कुमार ने राहुल गांधी से उनसे खेलों में रुचि के बारे में पूछा था, तब उन्होंने बताया था कि उन्हें अकीडो (Aikido) में ब्लैक बेल्ट हासिल है। उसके बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से भी सोशल मीडिया पर उनकी अकीडो वाली तस्वीरें जारी की गई थीं। बता दें कि अकीडो जापानी मार्शल आर्ट है, वैसे राहुल गांधी को बैडमिंटन खेलने में भी दिलचस्पी है।
यहां तक की है पढ़ाई
राहुल गांधी ने ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से डेवलपमेंट स्टडीज में एमफिल किया है, उन्होंने अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से भी पढ़ाई की है। 2004 में जब पहली बार अमेठी से चुनावी मैदान में उतरे तो अपने हलफनामे में पेशे के कॉलम में ‘किसान’ लिखा, हालांकि 2009 में इसको बदलकर ‘स्ट्रैटजिक कंसल्टेंट’ लिख दिया।
मोमोज के शौकीन
दुनिया की नजरों में फिट दिखने वाले राहुल को स्टीम मोमोज बेहद पंसद है और कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार बताया था कि राहुल को स्वामी विवेकानंद की किताबें पढ़ना अच्छा लगता है।
जब निर्भया की मां को दिया था हौसला
राहुल गांधी भले ही मीडिया के सामने इस बात को कभी नहीं माना हो, लेकिन निर्भया की मां ने कहा था कि राहुल की वजह से उनका परिवार आज यहां है। दरअसल निर्भया के भाई को राहुल ने ही हौसला दिया था कि वो पायलट बने और निर्भया के भाई से राहुल अक्सर बातें करते थे और उनका हौसला बढाते थे, यही वजह है कि आज निर्भया का भाई पायलट है।
2004 में लड़ा अपना पहला चुनाव
राहुल गांधी के सियासी जीवन की शुरुआत भी अचानक ही हुई, वे साल 2003 में कांग्रेस की बैठकों और सार्वजनिक समारोहों में नजर आए। एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट श्रृंखला देखने के लिए एक सद्भावना यात्रा पर वह अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ पाकिस्तान भी गए। इसके बाद जनवरी 2004 में उन्होंने अपने पिता के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र अमेठी का दौरा किया, तो उनके सियासत में आने की चर्चा शुरू हो गई। मार्च 2004 में लोकसभा चुनाव का ऐलान हुआ, तो राहुल गांधी ने सियासत में आने का ऐलान कर दिया। उन्होंने अपने पिता के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ा। राहुल ने अपने नजदीकी प्रतिद्वंदी को एक लाख वोटों से हराकर शानदार जीत हासिल की थी।…Next
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