”जिस दिन महिला का चीरहरण होता है, उसका ब्लाउज फट जाए, पेटीकोट फट जाए, साड़ी फट जाए, वो महिला सत्ता के लिए आगे आती है तो वो कलंकित है। उसे महिला कहने में भी संकोच लगता है। वो किन्नर से भी ज़्यादा बदतर है क्योंकि वो तो न नर है, न महिला है।”
उत्तर प्रदेश में मुगलसराय से भारतीय जनता पार्टी की विधायक साधना सिंह ने बसपा प्रमुख मायावती को लेकर चंदौली में ये विवादित बयान दिया है।
इसके अलावा भी साधना ने एक के बाद एक कई अपमानजनक टिप्पणी की। साधना सिंह के इस बयान की आलोचना शुरू होते ही उन्होंने यूर्टन लेते हुए माफी भी मांग ली।
ऐसा पहली बार नहीं है, जब किसी आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद किसी नेता ने माफी मांगी हो, इस लिस्ट में कई और नाम शामिल है।
शरद यादव
सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार जीत चुके और लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव ने वसुधंरा राजे के वजन पर टिप्पणी की थी। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा था कि “वसुंधरा को आराम दो, बहुत थक गई हैं, बहुत मोटी हो गई हैं, पहले पतली थीं। हमारे मध्य प्रदेश की बेटी हैं।” हालांकि, चौतरफा आलोचना होने पर शरद यादव ने माफी मांगते हुए कहा था कि “मेरे वसुंधरा राजे के परिवार से काफी पुराने रिश्ते हैं। अगर मेरे शब्दों से वो आहत हुई हैं, तो मैं अपने शब्दों को लेकर पछतावा जाहिर करता हूं। इस पछतावे को लेकर मैं उनको खत भी लिखूंगा।“
नरेश अग्रवाल
बीजेपी नेता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नरेश अग्रवाल ने उनकी जगह जया बच्चन को तरजीह देने पर एसपी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि पार्टी ने उनकी तुलना फिल्म अभिनेत्री से की है ‘जो फिल्मों में नाचती थीं।’ हालांकि, कई नेताओं के आलोचना करने पर नरेश ने खेद जताते हुए कहा कि अगर किसी की भावनाएं आहत हुई हो, तो मुझे दुख है।
निरंजन ज्योति
बीजेपी नेता साध्वी निरंजन ज्यो ति ने एक चुनावी सभा में कांग्रेस अध्यचक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर निशाना साधते हुए कहा था, ”बर्तनों की दुकान चलाने वाले का बेटा सोनिया गांधी का दामाद अरबपति-खरबपति कैसे हो गया? उसने गरीबों को लूटा है, चूसा है। मोदी जी कहते हैं कि न खाएंगे, न खाने देंगे। यह आपको तय करना है कि दिल्ली में रामजादों की सरकार बनेगी या हरामजादों की।”
इस बयान पर काफी हंगामा होने के बाद निरंजन ज्योति ने माफी मांग ली थी। सबसे खास बात ये थी कि सदन में खुद पीएम मोदी ने साध्वी के ऐसे बोल के लिए माफी मांगी थी।
सीपी जोशी
कांग्रेस नेता सीपी ने एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा था कि “उमाभारती की क्या जाति है… नरेंद्र मोदी की क्या जाति है… कर्मकांड ब्राह्मण ही करवा सकते हैं…धर्म के बारे में कोई जानता है तो वो पंडित जानते हैं बस” इस अभद्र टिप्पणी के बाद राहुल गांधी ने सीपी जोशी को आड़े हाथों लिया था और उनके बयान पर खेद जताया था। बाद में सीपी ने माफी मांग ली थी…Next
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