राजनीति में कुछ नाम ऐसे हैं जो हमेशा ही सुर्खियों में रहते हैं। राजनीति के अलावा उनकी पर्सनल लाइफ भी हमेशा चर्चा का विषय बनी रहती है। वहीं, जब बात राजनीति में रिश्तों की हो, तो उनसे जुड़े किस्से और भी दिलचस्प हो जाते हैं। आज भाईदूज के मौके पर हम आपको सियासी गलियारों में चर्चा में रहने वाले ऐसे ही भाई-बहन से रूबरू करवा रहे हैं।
प्रियंका— राहुल गांधी
वर्तमान राजनीति के सबसे चर्चित भाई— बहन की इस जोड़ी के लिए राखी का त्योहार विशेष महत्व रखता है। राजनीति बंधन के साथ रक्षाबंधन की बात हो तो राहुल गांधी व प्रियंका गांधी का नाम चर्चा में रहता है। क्योंकि भाई बहन का प्यार आज भी बरकरार है। बात परिवार की हो या राजनीति की, दोनों में भाई बहन एक दूसरे का साथ देते है।
वंसुधरा राजे — माधवराज सिंधिया
राजनीतिक परिवारों में भाई बहन के कई रिश्ते भी टॉप पर रहते हैं। भले ही राजनीति में इन दोनों नामों को अलग—अलग जाना जाता है। कांग्रेस— भाजपा में शीर्ष नेतृत्व में इन्होंने अपनी पहचान बनाई। भाजपा से वंसुधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री हैं। वहीं, माधवराज सिंधिया कांग्रेस के दिग्गज नेता थे। ग्वालियर के सिंधिया परिवार में जन्में वसुंधरा व माधवराज भाई बहन है। भाई बहन के बीच हमेशा प्यार बरकरार रहा। कुछ समय से दोनों परिवारों के बीच आना जाना कम हो गया है, लेकिन रिश्तों में प्यार अब भी बरकरार है। अब मप्र कांग्रेस में वसुंधरा के भतीजे ज्योतिरादित्य सक्रिय हैं।
उमर अब्दुल्ला— सारा
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला काफी सुर्खियों में रहते हैं। लेकिन उनकी भी एक बहन है। सारा के भाई बहन का रिश्ता राजनीतिक बंधन में भी विशेषता रखता है। एक समय ऐसा आया कि अब्दुल्ला परिवार ने सारा का विरोध किया। क्योंकि सारा राजस्थान में सचिन पायलट से शादी करना चाहती थीं। दोनों परिवार राजनीति में शीर्ष स्थान पर हैं। बाद में सचिन व सारा की शादी हुई।
विजय लक्ष्मी पंडित— जवाहर लाल नेहरु
रक्षा बंधन के साथ राजनीति बंधन का बेहतरीन उदाहरण है, पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू व उनकी बड़ी बहन विजयलक्ष्मी पंडित का कामयाब रिश्ता। कहा जाता है कि भारत के इतिहास में ऐसी ताकतवर जोड़ी कभी नहीं हुई, जितनी नेहरू व विजयलक्ष्मी की थी। हालांकि, दोनों के बीच कुछ विवाद भी हुए। लेकिन विजयलक्ष्मी भाई जवाहर लाल नेहरू के साथ राजनीति में हमेशा सक्रिय रहीं। आंदोलन में भाग लेती, जेल जाती, रिहा होती, फिर से आंदोलन में जुट जाती।
मायावती — लालजी टंडन
उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमों मायावती व भाजपा नेता लालजी टंडन के भाई बहन का रिश्ता भी रक्षाबंधन पर चर्चा का विषय रहता है। क्योंकि यह रिश्ता राजनीति की तरह कुछ एक साल तक ही कायम रहा। साल 2002 में मायावती ने लालजी टंडन को चांदी की राखी बांधी। कयास लगे की रिश्ते मजबूत होंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। उत्तर प्रदेश में भाजपा और बसपा की राहें अलग होते ही रिश्ते भी जुदा हो गए।
तेजस्वी यादव— मीसा
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं तेजस्वी और बेटी हैं मीसा भारती। हालांकि, रक्षा बंधन की बात करें तो भाई बहन में प्यार है लेकिन राजनीति बंधन में सत्ता पाने को लेकर दोनों बेकरार हैं। क्योंकि आमजन में दोनों की छवि मजबूत है। मीसा राजनीति में गहरी समझ रखती हैं, बिहार में गठबंधन टूटने के बाद तेजस्वी यादव भी लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर हैं…Next
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