देश के दिग्गज नेताओं में शुमार योगी आदित्यनाथ की राजनीति में तूती बोलती है। वह देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। पांच बार गोरखपुर लोकसभा से सांसद रह चुके योगी आदित्यनाथ वर्तमान रूप में आने से पहले एक सामान्य बालक थे। योगी के गुुरु अवैद्यनाथ से उनकी पहली मुुलाकात का किस्सा बड़ा ही रोचक है। 5 जून को योगी आदित्यनाथ 48 साल के हो गए हैं।
मैथ में बीएससी की और समाजसेवा में जुट गए
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्म उत्तराखंड में पौढ़ी गढ़वाल के पचूर गांव में 5 जून 1972 को हुआ था। योगी आदित्यनाथ के पिता ने बेटे का नाम अजय सिंह बिस्ट है। स्थानीय कॉलेज से 12वीं पास करने के बाद 1992 में उन्होंने गढ़वाल विश्वविद्यालय में बीएससी की पढ़ाई शुरू की। शुरुआती दिनों से ही अजय सिंह का रुझान धर्म संस्कृति और समाजसेवा में था।
एबीवीपी और राम मंदिर आंदोलन
अजय सिंह के पिता चाहते थे कि बेटा पढ़कर अच्छी नौकरी हासिल करे और घर चलाने में उनकी मदद करे। इस दौरान अजय सिंह जनांदोलनों में शामिल होने लगे। अजय राम मंदिर आंदोलन में भी हिस्सा लिया। राम मंदिर आंदोलन में बढ़चढ़कर भाग लेने के कारण अजय सिंह काफी चर्चित हो गए थे। तब तक अजय सिंह युवाओं के बीच अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो चुके थे।
महंत अवैद्यनाथ ने देख लिया भविष्य
1992 में राम मंदिर आंदोलन की तैयारियों को लेकर एबीवीपी की सभा में अजय सिंह ने भाग लिया। इस सभा में महंत अवैद्यनाथ भी आए हुए थे। उन्होंने अजय सिंह को देखते ही उनके भविष्य को भांप लिया। अजय सिंह महंत अवैद्यनाथ से इतना प्रभावित हुए कि उनके सानिध्य में जीवन गुजारने का मन बना लिया। सभा के बाद अजय सिंह अपने घर तो लौट गए लेकिन घर में ज्यादा दिन तक रुक नहीं पाए। अजय ने अपनी मां को गोरखपुर जाने की बात कहते हुए घर छोड़ दिया।
अजय सिंह से बने योगी आदित्यनाथ
अजय सिंह जब गोरखपुर पहुंचे और महंत अवैद्यनाथ से मिले तो सन्यासी बनने की इच्छा जताई। गुरु अवैद्यनाथ ने अजय सिंह को दीक्षा देकर अजय सिंह बिस्ट से योगी आदित्यनाथ बना दिया। योगी आदित्यनाथ आश्रम में ही रहने लगे। जब छह महीने बाद भी अजय सिंह अपने घर वापस नहीं लौटे तो मां ने पिता को गोरखपुर बेटे का पता लगाने भेजा।
बेटे को योगी भेष में देख चौंक गए पिता
अजय के पिता जब पूछताछ करते हुए महंत अवैद्यनाथ के आश्रम पहुंचे तो बेटे को योगी भेष धारण किए देख चकित रह गए। उन्होंने बेटे से घर वापस चलने के लिए कहा लेकिन योगी बन चुके अजय ने मना कर दिया। गुरु अवैद्यनाथ ने अजय के पिता को चार में से एक बेटे को समाजसेवा के लिए देने के लिए मना लिया।
गुरु अवैद्यनाथ ने अपना उत्तराधिकारी बनाया
गोरखपुर लोकसभा सीट से लगातार चार बार सांसद रह चुके गुरु अवैद्यनाथ ने 1998 में अपनी जगह योगी आदित्यनाथ को गोरखनाथ पीठ का उत्तराधिकारी बनाने के साथ ही राजनीतिक उत्तराधिकारी भी घोषित कर दिया। 26 साल के योगी आदित्यनाथ ने इस चुनाव में जीत हासिल की और सांसद बने। इसके बाद से लगातार 4 बार और वह गोरखपुर सीट से सांसद बन रहे हैं। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद खाली हुई गोरखपुर सीट से मशहूर अभिनेता रविकिशन भाजपा के सांसद हैं।…NEXT
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