Menu
blogid : 321 postid : 1391169

किसान पिता से किया वादा निभाया और बने प्रधानमंत्री, रोचक है एचडी देवगौड़ा का राजनीति सफर

 

Rizwan Noor Khan
Rizwan Noor Khan18 May, 2020

hd devegowda birthday : देश के 11वें प्रधानमंत्री के तौर पर 1996 में  शपथ लेने वाले एचडी देवगौड़ा का राजनीतिक सफर बेहद उठापठक भरा होने के साथ रोमांचक रहा है। उन्होंने एक साधारण किसान के बेटे से देश के प्रधानमंत्री बनने तक का सफर किया। एचडी देवगौड़ा का आज 87वां जन्मदिन है। आइए जानते हैं उनके जीवन के कुछ रोचक किस्सों के बारे में।

 

 

 

 

बचपन, वादा और राजनीति
कर्नाटक की राजनीति को नया मुकाम दिलाने वाले एचडी देवगौड़ा का जन्म  18 मई 1933 को कर्नाटक के एक साधारण परिवार में हुआ था। एचडी देव गौड़ा के पिता डोडे गौड़ा किसान थे और धान की खेती करते थे। पिता नहीं चाहते थे कि उनका बेटा भी किसान बने और खेतों में उनकी तरह ही जिंदगी गुजार दे। जब एचडी देव गौड़ा को सिविल इंजीनियरिंग में दाखिला हासिल हुआ तो पिता ने उनसे वादा लिया कि ऐसा नाम करो कि देश की सबसे चर्चित हस्ती बन जाओ। पिता को दिए वादे को बाद में उन्होंने प्रधानमंत्री बनकर पूरा कर दिया।

 

 

 

राजनीति से बचाने के लिए जल्द विवाह
देश के प्रधानमंंत्री बनने से पहले एचडी देवगौड़ा राजनीतिक आंदोलनों का हिस्सा बनने लगे तो घरवालों को लगा कि कहीं बेटा घर को संभालने की बजाय आंदोलनों का हिस्सा बन जेल न चला जाए। बेटे को सांसारिक जीवन में बांधने के लिए जल्द ही विवाह कर दिया गया। विवाह के बाद भी एचडी देवगौड़ा नहीं रुके और 1953 में कांग्रेस की सदस्यता लेकर राजनीति में कदम रख दिया। 9 साल तक कांग्रेस में रहने के दौरान वह नामचीन लीडर बन गए।

 

 

 

 

लगातार 7 बार चुनाव में जीत
एचडी देव गौड़ा 1962 में जब अलग हुए तो विधानसभा चुनाव में निर्दलीय पर्चा भर दिया। उनकी जीत की उम्मीद नहीं करने वालों को एचडी देवगौड़ा ने विधायक बनकर चौंका दिया। होलेनारासिपुरा सीट पर जीत हासिल करने के बाद एचडीदेवगौड़ा ने इस क्षेत्र में​ विकास कार्यों की झड़ी लगा दी। इसी कारण वह अगले 6 विधानसभा चुनावों में भी इस सीट से लगातार जीत हासिल करते रहे।

 

 

 

कांग्रेस छोड़ी और जनता पार्टी में गए
लगातार 7 बार विधायक बनने के दौरान एचडी देवगौड़ा कर्नाटक की राजनीति में बड़ा नाम बन गए। वह कांग्रेस को छोड़कर जनता पार्टी में शामिल हुए। 1972 से 1977 तक वह विधानसभा में नेता विपक्ष भी रहे। इस दौरान वह 2 बार कर्नाटक में जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी चुने गए। 1983 से 1988 के बीच कर्नाटक में जब जनता पार्टी की सरकार बनी तो वह मंत्री बने।

 

 

 

 

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने
एचडी देवगौड़ा का कर्नाटक की राजनीति में सिक्का ऐसा चला कि फिर रुका नहीं। उनके नेतृत्व में जनता पार्टी ने 1994 का विधानसभा चुनाव लड़ा और बढ़त के साथ चुनाव में जीत हासिल की। इस जीत के हीरो रहे एचडी देवगौड़ा पहली बार कर्नाटक के 14वें मुख्यमंत्री बने।

 

 

 

देश के प्रधानमंत्री बने
एचडी देवगौड़ा 1996 में मात्र 46 लोकसभा सीटें हासिल करने के बावजूद देश 12वें प्रधानमंत्री बने। दरअसल, मुख्य दल भाजपा और कांग्रेस बहुमत से बहुत दूर थे। यूनाइटेड फ्रंट के बैनर तले जनता दल समेत 13 दलों ने प्रधानमंत्री पद के लिए एचडी देवगौड़ा को समर्थन दिया। अंत में कांग्रेस ने एचडी देवगौड़ा के प्रधानमंत्री बनने पर समर्थन कर दिया। इस तरह जनता पार्टी के नेता के तौर पर उनके पास सिर्फ 46 सीटें ही थीं।

 

 

 

 

बेटे भी राजनीति के बड़े खिलाड़ी
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा वर्तमान में राजनीति से दूर हैं। कर्नाटक में उनके नेतृत्व में खड़ी हुई पार्टी जनता दल सेक्यूलर को उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी लीड करते हैं। कुमार स्वामी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। एचडी देवगौड़ा के दूसरे बेटे एचडी रेवन्ना कर्नाटक विधानसभा के सदस्य हैं।…NEXT

 

 

 

Read More :

जनेश्‍वर मिश्र ने जिसे हराया वह पहले सीएम बना और फिर पीएम

फ्रंटियर गांधी को छुड़ाने आए हजारों लोगों को देख डरे अंग्रेज सिपाही, कत्‍लेआम से दहल गई दुनिया

ये 11 नेता सबसे कम समय के लिए रहे हैं मुख्‍यमंत्री, देवेंद्र फडणवीस समेत तीन नेता जो सिर्फ 3 दिन सीएम रहे

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh