सात दिवसीय भारत दौरे पर आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। वहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति भवन में पीएम मोदी ने अगुवाई करते हुए ट्रूडो और उनके पूरे परिवार का स्वागत किया। इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी और ट्रूडो व उनका परिवार काफी उत्साहित नजर आए। इसके बाद पीएम मोदी और ट्रूडो के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। जस्टिन की इस यात्रा का लक्ष्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाना है। कनाडा और भारत में अच्छे संबंध हैं और भारतीय मूल के करीब 12 लाख लोग कनाडा में रहते हैं। इसके अलावा भी कई वजहों से भारत और कनाडा के रिश्ते काफी महत्वपूर्ण हैं। आइये आपको बताते हैं दोनों देशों के बीच रिश्तों की अहमियत।
6 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर
भारत और कनाडा के बीच विदेश नीति, व्यापार, निवेश, वित्त और ऊर्जा के मसलों पर तमाम मंत्रिस्तरीय वार्ता के जरिये रणनीतिक साझेदारी कायम की गई है। दोनों देशों के बीच आतंकवाद निरोध, सुरक्षा, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में भी सहयोग कायम किया जा रहा है। वहीं, ट्रूडो की इस यात्रा के दौरान शुक्रवार को भारत और कनाडा के बीच 6 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इन 6 महत्वपूर्ण समझौतों में इलेक्ट्रॉनिक्स, पेट्रोलियम, स्पोर्ट्स, कॉमर्स एंड इंडस्ट्रियल पॉलिसी, उच्च शिक्षा और साइंस, टेक्नोलॉजी व इनोवेशन शामिल हैं। हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
दोनों देशों में आयात-निर्यात
कनाडा के वैश्विक व्यापार में भारत का हिस्सा अभी महज 1.95 फीसदी है। भारत से कनाडा को हीरे-जवाहरात, बहमूल्य रत्न, दवाओं, रेडीमेड कपड़ों, कपड़ों, ऑर्गेनिक रसायन, हल्के इंजीनियरिंग सामान, लोहा एवं स्टील आदि का निर्यात किया जाता है। कनाडा से भारत में दालों, अखबारी कागज, वुड पल्प, एस्बेस्टस, पोटाश, लौह कबाड़, तांबा, धातुओं और औद्योगिक रसायन का आयात किया जाता है। कनाडा की दालों के लिए भारत एक महत्वपूर्ण बाजार है। साल 2016 में कनाडा के कुल दाल निर्यात का 27.5 फीसदी हिस्सा भारत में आया था।
व्यापार और एफडीआई
भारत और कनाडा के बीच साल 2016 में 6.05 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। यह साल 2010 के 3.21 अरब डॉलर के करीब दोगुने के बराबर है। कनाडा में साल 2016 में भारत से 209.35 करोड़ डॉलर का एफडीआई गया था, जबकि इसी दौरान कनाडा से भारत में 90.11 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया।
भारत आने वाले कनाडा के चौथे पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा का अलग से दौरा करने वाले 1973 के बाद पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। वे 2015 में कनाडा के दौरे पर गए थे। हालांकि इसके पहले 2009 में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह भी कनाडा गए थे, लेकिन वे जी-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए वहां पहुंचे थे…Next
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