देश की सबसे पुरानी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस आज 132 साल की हो गई। सन् 1885 में स्थापना के बाद इस पार्टी ने आजादी की लड़ाई में भूमिका निभाई। आजादी के बाद यह एक राजनीतिक पार्टी बन गई और लंबे समय तक देश पर राज किया। फिलहाल कांग्रेस की कमान गांधी-नेहरू परिवार की पीढ़ी राहुल गांधी के हाथ में है। राहुल गांधी से पहले उनकी मां सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष थीं। आइये आपको बताते हैं इस पार्टी से जुड़ी खास बातें।
व्योमेश चंद्र बनर्जी थे पहले अध्यक्ष
28 दिसंबर, 1885 को इस पार्टी की स्थापना हुई। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 72 प्रतिनिधियों की उपस्थिति में 28 दिसंबर 1885 को बॉम्बे के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में हुई थी। इसके संस्थापक महासचिव (जनरल सेक्रेटरी) एओ ह्यूम थे, जिन्होंने कलकत्ते (अब कोलकाता) के व्योमेश चंद्र बनर्जी को प्रथम अध्यक्ष अध्यक्ष नियुक्त किया था।
गांधी, नेहरू और सुभाष चंद्र बोस भी रहे कांग्रेस सदस्य
इस पार्टी के संस्थापकों में थियो सोफिकल सोसायटी के सदस्य एलन ऑक्टे वियन ह्यूम, दादाभाई नौरोजी और दिनशॉ वाचा शामिल थे। भारतीय इतिहास की यह सबसे पुरानी पार्टी है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना आजादी की लड़ाई के लिए हुई थी। इसका जंग-ए-आजादी में अहम योगदान रहा। इसके 1.5 करोड़ सदस्यों और 7 करोड़ से ज्यादा सहयोगियों ने ब्रिटिश सरकार का विरोध किया। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस भी कांग्रेस सदस्य के रूप में आजादी के संघर्ष से जुड़े रहे। आजादी के आंदोलन के दौरान कांग्रेस पार्टी भारतीयों के संघर्ष का केंद्र बनी रही।
देश को दिए 6 प्रधानमंत्री
देश आजाद होने के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस राजनीतिक पार्टी के रूप में तब्दील हो गई। आजादी से लेकर 2017 तक के बीच हुए 16 लोकसभा चुनावों में से 6 बार कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला, जबकि 4 बार इस पार्टी ने गठबंधन में सरकार बनाई। 1947 के बाद 49 साल तक देश की बागडोर कांग्रेस के हाथों में रही और इस पार्टी ने देश को 6 प्रधानमंत्री दिए। सबसे अच्छा प्रदर्शन 1984 में रहा, जब पार्टी को 404 लोकसभा सीटें मिलीं थीं। सबसे खराब प्रदर्शन 2014 में रहा, जब पार्टी को 44 लोकसभा सीटें मिलीं…Next
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