लोकसभा चुनाव 2019 में एक बार फिर से टीम मोदी ने वही करिश्मा कर दिखाया, जो उन्होंने 2014 में किया था। ऐसे में हर जगह ‘नमो मोदी’ की गूंज सुनाई दे रही है। ऐसे में मोदी के जादू में कई नेताओं के नाम हाइलाइट हो रहे हैं। उनमें से एक नाम है नितिन गडकरी, जिन्हें बेशक अपने बेबाक बयानों के लिए जाना जाता है लेकिन राजनीतिक में जमीनी स्तर पर काम करने की बात करें, तो नितिन गडकरी का नाम उन मंत्रियों की लिस्ट में शामिल हैं, जो हमेशा से नई योजनाओं के लिए जाने जाते हैं। इस बार 2019 के चुनाव में महाराष्ट्र के नागपुर लोकसभा सीट से नितिन गडकरी विजयी रहे हैं। आज उनका जन्मदिन है, आइए जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें।
कभी नहीं देखा था राजनीति में आने का सपना
नागपुर में जन्मे नितिन गडकरी कॉमर्स में स्नातकोत्तर हैं और उन्होंने कानून व बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की है। नितिन गडकरी के बारे में कहा जाता है कि वो कभी अपना भविष्ये एक राजनेता के तौर पर नहीं देखते थे। लेकिन समय के साथ वो राजनीति में आ गए। नितिन गडकरी के राजनीतिक कॅरियर की बात करें, तो उन्होंने 1976 में नागपुर यूनिवर्सिटी में भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। बाद में नितिन 23 साल की उम्र में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने।
आधुनिक मंत्री के नाम से जाने जाते हैं नितिन गडकरी
संघ के करीबी कहे जाने वाले नितिन गडकरी 1995 में पहली बार महाराष्ट्र में शिवसेना- भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन सरकार में लोक निर्माण मंत्री बनाए गए। वो इस कार्यकाल में चार साल तक मंत्री पद पर रहे। इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में महारत रखने वाले नितिन गडकरी महाराष्ट्र में बेहतरीन सड़कें बनाने के लिए भी जाने जाते हैं। यही वजह है कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे उन्हें ‘रोडकरी’ कहते थे। मोदी सरकार में भी सड़क परिवहन मंत्रालय की कमान संभालने के बाद उन्होंने कई बड़े प्रोजेक्ट्स को मुकाम तक पहुंचाया। नितिन गडकरी की एक छवि इनोवेटिव मंत्री के तौर पर भी होती रही है। क्योंकि वॉटर मैनेजमेंट, सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट हो या फिर एग्रीकल्चर इनोवेशन गडकरी आधुनिक तरीकों से उद्योग स्थापित करने के लिए जाने जाते रहे हैं।
ऐसा रहा राजनीतिक सफर
1976 में उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की। 23 साल की उम्र में नितिन गडकरी भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने। 1995 में महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार में लोक निर्माण मंत्री बनाए गए। 1989 में वे पहली बार विधान परिषद के लिए चुने गए। वे महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता भी रहे हैं। 2010-2013 तक गडकरी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। 16वीं लोकसभा में सड़क परिवहन और राजमार्ग, जहाजरानी, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री भी रहे।…Next
Read More :
दिल्ली से जुड़ा है देश की कुर्सी का 21 सालों का दिलचस्प संयोग, जानें अब तक कैसे रहे हैं आंकड़े
Read Comments