पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में चुनावी बिगुल बज चुका है। राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने समीकरण बनाने लगी हैं। सत्ता पक्ष हो गया विपक्ष, अपनी सरकार बनाने के लिए मतदाताओं को जोड़ने में जुटे हैं। देश की दोनों बड़ी पार्टियां, भाजपा और कांग्रेस तीनों राज्यों में अपनी सरकार बनाने के लिए प्रयासरत हैं। इन राज्यों में सरकार बनाकर भाजपा 2019 के आमचुनाव के लिए अपनी स्थिति मजबूत करेगी, वहीं लोकसभा चुनाव से पहले यहां जीतकर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का प्रयास करेगी। चुनाव आयोग ने इन राज्यों में पांच नए आईटी एप्लीकेशन की मदद से चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी, सुगम और त्रुटिमुक्त बनाने की पहल की है। इन राज्यों के चुनाव में कई बातें नई होंगी। आइये आपको उनके बारे में विस्तार से बताते हैं।
ऐप से मिलेंगी ये सुविधाएं
इन तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव दो चरणों में संपन्न होंगे। पहले चरण में 18 फरवरी को त्रिपुरा में वोटिंग होगी। दूसरे चरण में 27 फरवरी को मेघालय और नागालैंड में वोट पड़ेंगे। 3 मार्च को तीनों राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के लिए काउंटिंग होगी और नतीजों की घोषणा की जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त एके ज्योति ने चुनाव कार्यक्रम घोषित करते हुए बताया कि आईटी एप्लीकेशन ‘समाधान, सुविधा और सुगम’ की मदद से चुनाव कराए जाएंगे। इनसे मतदाताओं और उम्मीदवारों को मुहैया कराई जाने वाली सुविधाओं और चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी शिकायतों के त्वरित निपटान पर निगरानी रखी जाएगी। दो अन्य एप्लीकेशन मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग और उम्मीदवारों को ई-भुगतान की सुविधा से जुड़े हैं। चुनाव आयोग की ओर से विकसित ‘समाधान’ ऐप के जरिये मतदाताओं और उम्मीदवारों की सुविधा और अन्य मामलों से जुड़ी शिकायतों के त्वरित निपटान पर निगरानी रखी जाएगी।
लिखित या तस्वीरों के माध्यम से कर सकेंगे शिकायत
सिंगल विंडो सिस्टम के तहत मतदाता ई-मेल, फैक्स, फोन कॉल और एसएमएस के अलावा मोबाइल ऐप के जरिये लिखित और तस्वीरों के माध्यम से शिकायत कर सकेंगे। ‘सुविधा’ ऐप के जरिए उम्मीदवारों को चुनाव अभियान के दौरान ‘सिंगल विंडो आईटी सिस्टम’ के माध्यम से विभिन्न प्रकार की मंजूरी हासिल करने की 24 घंटे ऑनलाइन सुविधा मिलेगी। वहीं, ‘सुगम’ ऐप के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया में शामिल सरकारी और किराये पर लिए गए वाहनों के प्रयोग की मंजूरी लेने के अलावा इनके इस्तेमाल पर निगरानी की जा सकेगी। इसके जरिए वाहनों के किराये का भुगतान भी किया जा सकेगा।
वेब प्रसारण से मतदान पर निगरानी
आयोग ने इस चुनाव से मतदान केंद्रों पर मतदान का आईटी एप्लीकेशन आधारित वेब प्रसारण भी सुनिश्चित किया है। इसमें सीसीटीवी कैमरों को वेबकास्टिंग सिस्टम से जोड़कर मतदान की निगरानी की जा सकेगी। आयोग ने चुनाव प्रक्रिया में शामिल संसाधनों के एवज में किए जाने वाले भुगतान आईटी ऐप ‘ई पेमेंट’ के जरिए करने की सुविधा को बढ़ावा दिया है। चुनाव आयुक्त ने बताया कि इसके जरिये चुनाव प्रक्रिया से जुड़े तमाम तरह के भुगतान त्वरित हो सकेंगे।
नोटा के लिए अलग निशान
इस चुनाव में आयोग ने ‘नोटा’ के नए चिन्ह का इस्तेमाल भी शुरू करने की पहल की है। आयोग ने किसी भी उम्मीदवार को मत नहीं देने के इच्छुक मतदाताओं को नोटा विकल्प मुहैया कराने के लिए ईवीएम पर इसका नया निशान चस्पा किया है। इसमें उम्मीदवारों के नाम वाले अंतिम बटन के नीचे आखिरी बटन पर नोटा का चिन्ह अंकित होगा। अब तक ईवीएम में उम्मीदवारों के विकल्प वाले अंतिम बटन पर नोटा लिखा होता था…Next
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