कर्नाटक विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। बीजेपी की इस जीत में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का बड़ा रोल है। वहीं कर्नाटक की राजनीति के एक बड़े चेहरे पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की भी अहम भूमिका है। पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीएदवार घोषित कर चुनाव लड़ा था।
चावल मिल में करते थे नौकरी
येदियुरप्पा का जन्म 27 फ़रवरी 1943 को मांड्या जिले के बुक्कनकेरे में हुआ था, उनके पिता का नाम सिद्धलिंगप्पा और माता का नाम पुट्टतायम्मा था। येदियुरप्पा का पूरा नाम बुकंकरे सिद्दालिंगप्पा येदियुरप्पा है, उन्होंने कला से स्नातक किया है। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एक चावल मिल में क्लनर्क की नौकरी की।
ऐसे हुआ राजनीति में प्रवेश
राजनीति में येदियुरप्पा ने पहला कदम 1972 में रखा जब उन्हें शिकारीपुरा तालुका जनसंघ का अध्यक्ष चुना गया। आपातकाल के दौरान वह जेल भी गए, वह 45 दिनों तक शिमोगा व बेल्लाररी जेल में बंद रहे।
1983 में पहली बार बने थे विधायक
1983 में वह कर्नाटक विधानसभा चुनाव में शिकारीपुरा सीट से जीत के बाद पहली बार विधायक बने। उन्होंने 1988 में पहली बार बीजेपी की राज्य इकाई का अध्यक्ष चुना गया। 1994 के विधानसभा चुनाव के बाद वह कर्नाटक विधानसभा में नेता विपक्ष बने।
2007 में बने थे सीएम
कर्नाटक में लिंगायत समुदाय के बीच उनकी खासी पकड़ मानी जाती है। किसी दक्षिण भारतीय राज्यह में बीएस येदियुरप्पां बीजेपी के पहले सीएम हैं। उन्होंने 2007 में पहली बार बौतर सीएम पद की शपथ ली थी, लेकिन ज्यादा दिनों तक इस पद पर नहीं रह सके। इसके बाद 2008 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को बहुमत मिलने के बाद वह फिर मुख्यीमंत्री बने।
पार्टी से दूरी
बाद में पद पर रहते हुए लगे आरोपों के चलते उन्हें सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। 2012 में उन्हों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया व नई पार्टी बनाकर 2013 का विधानसभा चुनाव लड़ा। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में उनकी वापसी हुई व उन्होंने अपने दल ‘कर्नाटक जनता पक्ष’ का भारतीय जनता पार्टी में विलय कर दिया।…Next
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