लोकसभा चुनाव 2019 काफी दिलचस्प लग रहा है। चुनाव में गिनती के दिन बचे हैं। ऐसे में कई सेलिब्रिटी राजनीति में एंट्री कर रही हैं, तो वहीं कई नेता पार्टी बदलकर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। ऐसे में कई दिग्गज नेता ऐसे भी रहे हैं, जिनसे किनारा करते हुए उनका टिकट कट चुका है। ऐसे में जाहिर है इस बात से नेताओं के बीच नाराजगी और गुस्सा है। कांग्रेस के विधायक अब्दुल सत्तार ने अपने समर्थकों की मदद से मंगलवार को पार्टी के स्थानीय कार्यालय से 300 कुर्सियां उठवा लीं। सिलोद से विधायक सत्तार ने कहा कि वे पार्टी छोड़ चुके हैं और उन्होंने दावा किया कि कुर्सियों पर उनका मालिकाना हक है।
मीटिंग से पहले ही उठवाई कुर्सियां
कांग्रेस की स्थानीय इकाई ने अपने दफ्तर ‘गांधी भवन’ में गठबंधन सहयोगी एनसीपी के साथ एक बैठक बुलाई थी। मीटिंग से ठीक पहले सत्तार अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और पार्टी दफ्तर से सभी कुर्सियां निकलवा लीं। कुर्सियां न होने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक एनसीपी के दफ्तर में हुई। जिले के प्रभावशाली नेता सत्तार को उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें औरंगाबाद सीट से लोकसभा का टिकट देगी लेकिन इस सीट पर विधान परिषद सदस्य सुभाष झंबाद को टिकट दिया गया जिससे सत्तार नाराज हो गए।
‘मैंने पार्टी छोड़ दी है और कुर्सी मेरी थी’
जब सत्तार से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा, ‘हां, कुर्सियां मेरी थीं और मैंने कांग्रेस की बैठकों के लिए इन्हें उपलब्ध कराया था। अब मैंने पार्टी छोड़ दी है और इसलिए कुर्सियां भी ले ली हैं। जिन्हें टिकट मिला है वे व्यवस्था करें। ‘ झंबाद ने इस घटना को मामूली बताते हुए कहा,’सत्तार को जरूरत होगी इसलिए कुर्सियां ले गए हैं। सत्तार ने खुद को पार्टी से अलग कर लिया है लेकिन फिर भी वो कांग्रेस के सदस्य बने हुए हैं क्योंकि पार्टी ने अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।…Next
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