ललथनहवला का जीवन परिचय
मिजोरम की राजनीति के सबसे लोकप्रिय चेहरे और तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके ललथनहवला का जन्म 6 मई, 1942 को आइजोल, मिजोरम में हुआ था. ललथनहवला ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के पश्चात कुछ समय के लिए स्कॉटिश चर्च कॉलेज, कलकत्ता यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया. लेकिन अपनी स्नातक की उपाधि उन्होंने वर्ष 1964 में गोहाटी यूनिवर्सिटी से संबंद्ध अजल कॉलेज से प्राप्त की. ललथनहवला के परिवार में उनकी पत्नी और तीन बच्चे हैं.
ललथनहवला का व्यक्तित्व
ललथनहवला मिजोरम कांग्रेस के सबसे लोकप्रिय और पसंदीदा नेता हैं. उनकी सार्वजनिक छवि साफ और निष्पक्ष है.
ललथनहवला का राजनैतिक सफर
ललथनहवला ने जिला परिषद के एक स्कूल के इंसपेक्टर के ऑफिस में रिकॉर्ड संभालने से अपने कॅरियर की शुरुआत की. वर्ष 1966 में इन्होंने मीजो नेशनल फ्रंट की सदस्यता ग्रहण कर ली. लेकिन एक वर्ष बाद ही ललथनहवला कांग्रेस में शामिल हो गए. कई दशकों से कांग्रेस से जुड़े रहने वाले ललथनहवला वर्ष 1978 में पहली बार विधानसभा सदस्य बने जब मिजोरम एक संघ राज्य क्षेत्र था. वर्ष 1984 में भारी मतों के साथ कांग्रेस विजयी हुई और ललथनहवला पहली बार मुख्यमंत्री बने. वर्ष 1986 में जब केंद्रीय सरकार और गोरिल्ला संगठन मीजो नेशनल फ्रंट के बीच एक समझौता हुआ, जिसकी कुछ शर्ते मिजोरम के लिए हितकारी नहीं थी, उसके विरोध में ललथनहवला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. वर्ष 1989 और 1993 में वह दोबारा मुख्यमंत्री बने. लेकिन 1998 के चुनावों में वह हार गए. वर्तमान में वह सर्छिप निर्वाचन क्षेत्र से जीतने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं.
इन सब राजनैतिक पदों के अलावा ललथनहवला कई समाजिक कार्यों से भी जुड़े हुए हैं. वह मिजोरम जर्नलिस्ट एसोसिएशन और मिजोरम फुटबॉल एसोसिएशन के संस्थापक भी हैं. पढ़ने और बागवानी करने के अलावा ललथनहवला को संगीत का भी बहुत शौक है.
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