प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मणिशंकर अय्यर के विवादित बयान से सियासी घमासान मचा हुआ है। भाजपा इस पर जबरदस्त नाराजगी जताते हुए कांग्रेस को हर स्तर पर घेर रही है। कांग्रेस ने भी मणिशंकर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। मगर मणिशंकर अय्यर का यह विवादित बयान नया नहीं है। अय्यर के अलावा सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी पीएम मोदी के खिलाफ ऐसे विवादित बयान दे चुकी हैं। इन बयानों का नुकसान भी कांग्रेस पार्टी को उठाना पड़ा है। आइये आपको बताते हैं सोनिया, प्रियंका और मणिशंकर द्वारा मोदी के खिलाफ दिए गए बयानों के बारे में। साथ ही जानते हैं कि उन बयानों की वजह से कांग्रेस पार्टी को क्या नुकसान उठाना पड़ा है।
मणिशंकर अय्यर
मणिशंकर अय्यर ने 7 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी पर विवादित बयान देते हुए कहा, ‘मुझको लगता है कि ये आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी है, इसमें कोई सभ्यता नहीं है’। इसके अलावा मणिशंकर ने 2014 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अधिवेशन में नरेंद्र मोदी के बारे में कहा था, ‘वायदा करता हूं कि इस 21वीं सदी में नरेंद्र मोदी कभी भी देश के प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे, नहीं बनेंगे, नहीं बनेंगे। क्योंकि यहां आकर चाय का वितरण करना चाहते हैं तो हम उनके लिए कुछ जगह बना देते हैं’। इसके बाद 2014 के आमचुनाव में परिणाम क्या आए, यह पूरा देश जानता है।
प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान अय्यर जैसा ही बयान दिया था। प्रियंका ने मोदी पर ‘नीच राजनीति’ का आरोप लगाया था। दरअसल, अमेठी में नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी पर सीधा हमला बोला था, जिसके बाद उनकी बेटी प्रियंका गांधी ने कहा था कि मोदी की ‘नीच राजनीति’ का जवाब अमेठी की जनता देगी। प्रियंका का यह बयान भाजपा के पाले में आ गया। यह बयान नीच राजनीति से निचली जाति पर खिंच गया, जिसके बाद कांग्रेस इस पर सफाई देते-देते परेशान रही। चुनाव बाद आए परिणाम ने कांग्रेस को प्रियंका के बयान का नुकसान बता दिया।
सोनिया गांधी
प्रधानमंत्री के खिलाफ विवादित बयान देने वालों की लिस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम भी आता है। 2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान सोनिया ने तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी को मौत का सौदागर तक कह दिया था। उन्होंने कहा था, ‘सच्चाई ये है कि आज गुजरात की सरकार चलाने वाले झूठे, बेइमानी, डर और मौत के सौदागर हैं’। सियासी पंडितों का मानना है कि सोनिया गांधी के इस बयान ने कांग्रेस पार्टी को 2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव में बड़ा नुकसान पहुंचाया। 2007 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 117 सीटों पर जीत मिली, जबकि कांग्रेस को मात्र 59 सीटों से संतोष करना पड़ा।
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गुजरात चुनाव में पड़ सकता है असर!
अय्यर का विवादित बयान ऐसे समय में आया है, जब गुजरात चुनाव बिल्कुल करीब है। पहले भी मोदी और भाजपा ने कांग्रेस नेताओं के इन विवादित बयानों को बड़ा मुद्दा बनाया था, जिसका असर चुनाव परिणाम पर पड़ा था। हालांकि, अय्यर का बयान आने के तुरंत बाद राहुल गांधी ने डैमेज कंट्रोल की पूरी कोशिश की। इस संबंध में उन्होंने ट्वीट किया और मणिशंकर ने अपने बयान पर माफी भी मांगी। मगर सियासत के जानकारों का मानना है कि मणिशंकर अय्यर का ‘नीच’ वाला बयान कांग्रेस को सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और अय्यर के पुराने बयान की तरह नुकसान पहुंचा सकता है…Next
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