इमरान खान पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनने के लिए शपथ लेने वाले हैं। ऐसे में औपचारिक रूप से पीएम पद संभालने से पहले ही इमरान कई वजहों से सुर्खियों में नजर आ रहे हैं। पहले भारतीय नेताओं, सेलिब्रिटीज और पीएम मोदी को शपथ ग्रहण समारोह में न्यौते की अटकलों को लेकर इमरान सुर्खियों में रहे और अब चुनाव आयोग उनके लिए परेशानी की वजह बना हुआ है।
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और भावी प्रधानमंत्री इमरान खान को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के लिए लिखित रूप से माफी मांगने के लिए कहा है। 25 जुलाई को आम चुनावों के दौरान वोट डालने के समय उन पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप लगे थे। एनए-53 इस्लामाबाद संसदीय क्षेत्र में सार्वजनिक तौर पर मतपत्र पर स्टांपिंग करते हुए पाए जाने के बाद पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने इसका संज्ञान लिया। इसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय पीठ ने खान के खिलाफ मामले की सुनवाई की।
वकील ने दी दलील
इमरान के वकील बाबर अवान ने ईसीपी के सामने लिखित जवाब देते हुए कहा कि उनके मुवक्किल ने जानबूझकर सार्वजनिक तौर पर मतदान नहीं किया। जवाब के मुताबिक इमरान के मतपत्र के फोटो उनकी अनुमति के बगैर लिए गए। गोपनीयता बरतने के लिए वोट डालने वाले स्थान के आसपास लगाए गए पर्दे मतदान केंद्र के अंदर भीड़ के कारण गिर गए।
जवाब को खारिज करते हुए ईसीपी ने अवान और इमरान खान से हलफनामा दायर करने के लिए कहा जिसमें वह अपने हस्ताक्षर से विवादास्पद तरीके से वोट डालने के लिए माफी मांगें। इसके बाद आयोग ने आगे की सुनवाई अगले दिन तक के लिए टाल दी।
इमरान खान की पार्टी ने पाकिस्तान के आम चुनाव में सबसे ज्यादा 115 सीटें जीती हैं। हालांकि, उन्हें सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत नहीं मिल पाया है, लेकिन इमरान ने छोटे दलों और निर्दलीयों विजयी प्रत्याशियों के सहयोग से सरकार बनाने का दावा किया है और 11 अगस्त को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने का ऐलान किया है…Next
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