प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने के बाद साउथ की फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता प्रकाश राज इन दिनों सुर्खियों में हैं। प्रकाश ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या का ‘जश्न’ मनाने वालों पर प्रधानमंत्री की चुप्पी को लेकर तीखा हमला बोला था। पांच बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके प्रकाश ने कहा था कि उनका मन करता है कि अपने अवॉर्ड लौटा दें। हालांकि, बाद में राष्ट्रीय पुरस्कारों को लौटाने की खबरों का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि मैं मूर्ख नहीं हूं, जो पुरस्कार लौटा दूं। ये पुरस्कार मुझे मेरे काम की बदौलत मिले हैं। मगर क्या आपको पता है कि अवॉर्ड वापसी पर यू-टर्न लेने वाले प्रकाश को कौन-कौन से पांच राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं। आइये आपको बताते हैं प्रकाश के पांचों नेशनल अवॉर्ड के बारे में।
प्रकाश को मिले राष्ट्रीय पुरस्कार
– 1997 में मणिरत्नम की तमिल फिल्म ‘ईरुवर’ के लिए प्रकाश राज को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।
– 1999 में तेलुगू फिल्म ‘अंथपुरम’ के लिए प्रकाश को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का स्पेशल जूरी अवॉर्ड मिला।
– 2003 में अलग-अलग फिल्मों में बेहतरीन अभिनय के लिए उन्हें स्पेशल जूरी अवॉर्ड मिला।
– 2007 में प्रियदर्शन की तमिल फिल्म ‘कांचीवरम’ के लिए प्रकाश राज को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।
– 2010 में बतौर निर्माता कन्नड़ भाषा की उनकी फिल्म ‘पुट्टाक्कना हाईवे’ को सर्वश्रेष्ठ क्षेत्रीय फिल्म का पुरस्कार मिला।
नेशनल अवॉर्ड लौटाने की बात कही थी
प्रकाश रविवार को बैंगलुरू में डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के 11वें राज्य सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पीएम मोदी की आलोचना करते हुए कहा था कि पीएम तो मुझसे भी अच्छे एक्टर हैं। पीएम को संबोधित करते हुए कहा था कि मैं एक नामी एक्टर हूं। क्या आपको वाकई लगता है कि मैं आपकी एक्टिंग को नहीं पहचान सकूंगा। इसके अलावा प्रकाश राज ने कहा था कि वे गौरी लंकेश के मर्डर पर पीएम मोदी की चुप्पी को लेकर परेशान हैं। इस मामले पर चुप रहकर क्या पीएम मोदी क्रूरता को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसका उनके ही कुछ फॉलोअर्स जश्न मना रहे हैं। अगर पीएम मोदी ऐसे ही इस मामले पर चुप रहे, तो वे अपने पांचों नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स लौटाने में जरा भी देर नहीं करेंगे। गौरतलब है कि प्रकाश राज, गौरी लंकेश और उनके पिता के अच्छे दोस्त हैं। वे गौरी को 30 वर्षों से जानते थे।
योगी पर भी साधा था निशाना
इसके अलावा प्रकाश ने गोरखनाथ मंदिर के महंत के रूप में गोरखपुर में दशहरा की रस्में निभाने पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि यूपी का एक वीडियो देखा, यह पता नहीं लग रहा था कि यह कोई मुख्यमंत्री था या किसी मंदिर का पुजारी। कुछ ऐसे लोग हैं, जो इस तरह के डबल रोल निभाते हैं।
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