पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में चुनावी सरगर्मियां तेज हैं। यहां मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में इसी महीने चुनाव होने हैं। कांग्रेस, भाजपा समेत क्षेत्रीय पार्टियों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत लगा दी है। इन तीनों राज्यों में दो चरणों में मतदान होंगे, जिनमें पहले चरण में 18 फरवरी को त्रिपुरा में वोटिंग होनी है। त्रिपुरा में फिलहाल लेफ्ट की सरकार है, लेकिन बीजेपी इस बार लेफ्ट को सत्ता से बाहर करने के साथ-साथ एक और राज्य में अपना सिक्का जमाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को त्रिपुरा में चुनाव प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं। पीएम मोदी यहां दो चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। यहां भाजपा ताबड़तोड़ रैलियां करेगी। आइये आपको बताते हैं कि भाजपा के चुनाव प्रचार में कौन-कौन दिग्गज उतर रहे हैं।
करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम त्रिपुरा के मुस्लिम बहुल सोनामुरा तथा उत्तरी त्रिपुरा के कैलाशहार में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी के दौरे को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मोदी जहां भाषण देंगे, वहां के दोनों जिले अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे हैं, जिस वजह से पूरे राज्य में अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात की गई हैं। सुरक्षा के मद्देनजर भारत-बांग्लादेश सीमा सील कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी चार्टर्ड विमान से अगरतला हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे और फिर वहां से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से सिपाहीजला के सोनामुरा जाएंगे। सिपाहीजला में रंगमाटी मदरसा स्कूल में एक जनसभा रखी गई है।
उतरेंगे ये दिग्गज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, वित्तमंत्री अरुण जेटली और अन्य केंद्रीय मंत्री व बीजेपी के शीर्ष नेता भी चुनाव प्रचार अभियान में हिस्सा लेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सूचना-प्रसारण और कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, असम, मणिपुर, नागालैंड, उत्तर प्रदेश और झारखंड में सत्तारूढ़ पार्टी के मुख्यमंत्री, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव और असम के मंत्री हेमंत बिस्व शर्मा भी प्रचार कर रहे हैं या जल्द ही करेंगे। शर्मा त्रिपुरा के बीजेपी चुनाव प्रभारी भी हैं।
कम्युनिस्ट पार्टी और बीजेपी में सीधी टक्कर
गौरतलब है कि त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी ने एनसी डेब्बारमा की इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के साथ गठबंधन किया है। त्रिपुरा में कुल 60 विधानसभा सीटें हैं, इनमें से बीजेपी 51 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बीजेपी ने अपने चुनावी सहयोगी इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के लिए 9 सीटें छोड़ी हैं। पिछले दो दशक से माणिक सरकार के नेतृत्व में सीपीएम यहां की सत्ता पर काबिज है। 2013 के विधानसभा चुनावों में यहां सीपीएम को 49 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि कांग्रेस के खाते में 10 सीटें आई थीं। सीपीएम के उभार ने त्रिपुरा में कांग्रेस को हाशिए पर धकेल दिया है। मगर इस बार राजनीति थोड़ी बदली है। ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है कि किसी राज्य में कम्युनिस्ट पार्टी और बीजेपी में सीधी टक्कर हो रही है…Next
Read More:
एक्टर जितेंद्र के खिलाफ यौन दुर्व्यवहार की शिकायत, चचेरी बहन ने लगाया आरोप!बॉलीवुड के इन 5 गानों को लेकर जमकर हुआ बवाल, कोर्ट तक पहुंचा मामला!एमपी उपचुनाव में शिवराज और सिंधिया आमने-सामने, दोनों पार्टियों ने झोकी ताकत
Read Comments